भारत में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा, 11 राज्यों में एक्टिव केस !

नोएडा : कोरोना वायरस का नया स्वरूप (म्यूटेशन) अब तक देश के 11 राज्यों में फैल चुका है और कुल 257 सक्रिय मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य एजेंसियां एक बार फिर अलर्ट मोड में आ गई हैं।
नया स्ट्रेन उतना संक्रामक नहीं, लेकिन सतर्कता जरूरी
विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना का नया स्ट्रेन पहले की तरह बेहद संक्रामक नहीं दिख रहा है। लेकिन जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है, उनके लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे लोगों को कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस
केरल: 95 सक्रिय केस (69 नए मामले)
तमिलनाडु: 66 सक्रिय केस (34 नए)
महाराष्ट्र : 56 सक्रिय केस (44 नए)
इसके अलावा दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान और कर्नाटक में भी केस सामने आए हैं।
अब तक सभी मामले माइल्ड, गंभीर कोई नहीं
स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की बैठक में स्पष्ट किया गया कि अब तक सभी कोरोना केस मध्यम श्रेणी (माइल्ड) के हैं। गंभीर स्थिति में कोई मरीज नहीं है। निगरानी और जांच को और अधिक सक्रिय किया गया है।
एशियाई देशों में भी बढ़ रहा खतरा
भारत के साथ-साथ सिंगापुर और हांगकांग में भी कोरोना के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने 12 मई से आंकड़ों को फिर से अपडेट करना शुरू कर दिया है।
एंडेमिक की ओर बढ़ रहा कोरोना: डॉ. ममता त्यागी
मैक्स अस्पताल की विशेषज्ञ डॉ. ममता त्यागी का कहना है कि कोरोना अब एंडेमिक फेज में है। इसका मतलब है कि यह वायरस वातावरण में मौजूद रहेगा, लेकिन इसकी प्रभावशीलता और संक्रामकता पहले की तुलना में कम होगी।
नया म्यूटेशन खतरनाक नहीं: डॉ. संदीप नायर
बीएलके अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. संदीप नायर का कहना है कि कोरोना का नया वेरिएंट JN-1 ज्यादा खतरनाक या तेज़ी से फैलने वाला नहीं है। इसके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे हैं—जैसे बुखार, खांसी, या कमजोरी। गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को थोड़ी अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क जरूर रहें:
क्या करें?
भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें
बार-बार हाथ धोएं
आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
किसी भी लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें
पॉजिटिव पाए जाने पर घबराने की जरूरत नहीं, इलाज हर जगह उपलब्ध है