ऑपरेशन सिंदूर की शेरनी: लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी की सैलरी और बहादुरी की कहानी

नोएडा : कल रात भारत ने एक साहसी कदम उठाते हुए पड़ोसी देश में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। ये कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत की गई, जिसने आतंकवादियों की रात की नींद उड़ा दी।
ऑपरेशन सिंदूर की हीरो – लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी
इस पूरे ऑपरेशन में लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी की भूमिका सबसे अहम रही। 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) से ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के तौर पर सेवा शुरू की थी। इससे पहले वे उत्तर-पूर्व भारत में आई बाढ़ के दौरान राहत कार्यों में भी अहम योगदान दे चुकी हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया को कितनी सैलरी मिलती है?
लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर कार्यरत अधिकारी को भारतीय सेना द्वारा दी जाने वाली बेसिक सैलरी ₹1,21,200 से ₹2,12,400 के बीच होती है। इसके अलावा उन्हें कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं।
भारतीय सेना में मिलने वाले प्रमुख भत्ते:
महंगाई भत्ता (DA): ये देश में मौजूदा महंगाई दर के अनुसार दिया जाता है।
एचआरए (HRA): रहने के लिए मकान का भत्ता, जो पोस्टिंग की जगह पर निर्भर करता है।
फील्ड एरिया अलाउंस: खतरनाक या संवेदनशील क्षेत्र में कार्य करने वाले जवानों को ₹10,500 से ₹25,000 तक दिया जाता है।
ट्रांसपोर्ट अलाउंस: यात्रा सुविधा के लिए ₹3,600 से ₹7,200 तक दिया जाता है।
स्पेशल फोर्स अलाउंस: विशेष बलों में कार्यरत सैनिकों को ₹25,000 तक मिलता है।
यूनिफॉर्म अलाउंस: हर साल कपड़ों और ड्रेस के लिए ₹20,000 मिलते हैं।
मिलिट्री सर्विस पे: ब्रिगेडियर रैंक से ऊपर के अधिकारियों को ₹15,500 अतिरिक्त दिए जाते हैं।