SEMINAR : ग्रेटर नोएडा के लॉयड बिजनेस स्कूल में फेडरल भारत की ओर से AI पर सेमिनार में बोले वक्ता, तकनीक के इस्तेमाल से तेजी से बदल रही है दुनिया
ग्रेटर नोएडा फेडरल भारत न्यूज) : ग्रेटर नोएडा के प्रमुख शिक्षण संस्थान लायड बिजनेस स्कूल में शुक्रवार को तेजी से बढ़ते प्रमुख न्यूज पोर्टल फेडरल भारत और नागरिक सेतु के संयुक्त तत्वावधान में ‘AI IN POLICING & LEGAL DECISION MAKING’ विषय पर सेमिनार का सफल आयोजन किया गया। वक्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को समय की जरूरत बताते हुए कहा कि तकनीक का इस्तेमाल विकास को गति देने और लोगों को बेहतर सुख-सुविधाएं उपलब्ध कराने और सकारात्मक कामों में ही किया जाना चाहिए।
दूरदर्शन के युग से एआइ तक का सफर काफी रोचक : अनिल प्रथम
लाभ और हानि दोनों को संतुलित करने के आवश्यकता : एपी सिंह
सुप्रीम कोर्ट में भारत सरकार के सीनियर काउंसलर एपी सिंह ने कहा कि तकनीक के बुरे और अच्छे दोनों ही परिणाम होते हैं। उन्होंने पुराने दौर को याद करते हुए कहा कि आज तकनीक ने जीवन को काफी कठिन बना दिया है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनेकानेक लाभ गिनाते हैं, वहीं वह यह भी मानते हैं कि इसके आने से सबसे बड़ा नुकसान मनुष्यों को ही होगा, क्योंकि उनका काम मशीनों से लिया जाएगा, जो स्वयं ही निर्णय लेने लगेंगी और उन पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो वे मानव सभ्यता के लिये हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे में इनके इस्तेमाल से पहले लाभ और हानि दोनों को संतुलित करने के आवश्यकता होगी।
एआइ जैसी तकनीक अपराधों की रोकथाम में कारगर : एसीपी सुशील कुमार
ग्रेटर नोएडा के एसीपी सुशील कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि एआइ जैसी तकनीक का इस्तेमाल अपराधों की रोकथाम में काफी कारगर सिद्ध हो सकता है। एआइ के माध्यम से कांबिंग, सर्चिंग और घटनास्थल की रियल टाइम जानकारी हासिल करना और समय पर उचित कारवाई करना काफी सरल हुआ है। उन्होंन कहा कि सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म काफी सशक्त माध्यम हैं। इनकी पुलिस में निगरानी की व्यवस्था काफी मजबूत हुई है। उन्होंन कहा कि अब किसी एक खास शब्द को डालकर मौके की स्थिति का पता लगाना पहले की तुलना में अधिक आसान हुआ है। यदि पुलिस को समय रहते कोई सूचना मिल जाती है, जिससे कानून-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, ऐसे में पुलिस तत्परता से कारवाई कर सकती है।
तकनीकी पहलुओं की दी जानकारी
एक्सनीयर टेक्नालाजीज के सीईओ एवं कोफाउंडर धीरेंद्र कुमार ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अर्थ है बनावटी तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। इसके जरिए कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है, जिसे उन्हीं तर्कों के आधार पर चलाने का प्रयास किया जाता है, जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है। उन्होंने एआइ के तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान छात्रों के प्रश्नों के भी उन्होंने उत्तर दिए।
सेमिनार का शुरुआत लायड बिजनेस स्कूल के डीन रिपुदमन गौड़ ने की और इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए फेडरल भारत के संपादक आशीष गुप्ता की सराहना की और कहा कि इसके माध्यम से नई तकनीक के बारे में जानकर पीजीडीएम के छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे। इससे पहले अथितियों पूर्व डीजीपी अनिल प्रथम, एसीपी ग्रेटर नोएडा सुशील कुमार, एक्सनीयर टेक्नालाजीज के सीईओ एवं कोफाउंडर धीरेंद्र कुमार, फेडरल भारत के आशीष गुप्ता ने मां सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कालेज की ओर से सभी अथितियों को मोमेंटों और पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए पौधे भेंट दिए। ग्रुप डायरेक्टर वंदन अरोड़ा सेठी ने सभी आगुंतकों और अतिथियों का अभिनंदन किया।