अव्वलः पूरे उत्तर प्रदेश में 16वीं बार गौतमबुद्ध नगर बना नंबर वन
यूपी-112 के रेस्पान्स टाइम और मानवीय सहायता में भी पीछे नहीं रहा गौतमबुद्ध नगर
नोएडा। पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने पूरे प्रदेश के यूपी-112 के रेस्पान्स टाइम में एक बार फिर से बाजी मारी मारी है। जुलाई 2021 से लगातार यह पहले स्थान पर है। इसे इस बार भी बरकरार रखने में सफलता हासिल हुई है। इससे पूर्व भी 15 माह से लगातार कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर प्रथम स्थान पर रहा है। वर्तमान में रोजाना 437 इवेन्ट प्राप्त होते हैं।
तुरंत सहायता देने में कोई जवाब नहीं
कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर से डायल-112 से 65 चार पहिया पीआरवी और 50 दो पहिया पीआरवी के जरिये पहुंचकर कॉलर को तुरंत देने का सिलसिला जारी है। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में नवम्बर में 13 हजार 138 सूचनाएं मिलीं जिन पर पीआरवी के जरिये तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर सहायता दी गई।
6 महिला पीवीआर
महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में 6 महिला पीआरवी, हाईवे पर सुरक्षा एवं तुरंत रेस्पॉन्स के लिए 4 पीआरवी ईस्टर्न-पेरिफेरल तथा दो पीआरवी यमुना-एक्सप्रेस-वे पर संचालित रहती हैं। बीते माह नवंबर में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के शहरी क्षेत्र में पीआरवी का ऐवरेज रेस्पॉन्स टाइम पांच मिनट 18 सेंकेंड एवं देहात क्षेत्र में पीआरवी का रेस्पॉन्स टाइम 6 मिनट 19 सेकेंड तथा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का एवरेज रेस्पॉन्स टाइम पांच मिनट 58 सेकेंड रहा।
कराए जाते हैं फ्रेशर व रिफ्रेशर कोर्स
पीआरवी की उत्तम कार्यशैली, तकनीकी सहायता तथा जल्द से जल्द कॉलर को पूर्ण रूप से सहायता देने के लिए पीआरवी कर्मियों को समय-समय पर 18 दिवसीय फ्रेशर कोर्स तथा प्रत्येक 6 माह के अन्तराल में सभी पीआरवी कर्मियों को 9 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की पुलिस लाइन में कराया जाता है। वर्तमान में पुलिस लाइन में 22 नवंबर से 9 दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स जारी है।
तीन बार `पीआरवी ऑफ दा डे’
कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर ने तीन बार `पीआरवी ऑफ दा डे’ (मानवीय सहायता देने) का खिताब प्राप्त किया है।
पहला– 17 नवंबर को थाना बीटा-2 के तहत गस्त के दौरान पीआरवी कर्मियों ने देखा कि एक व्यक्ति बेहोश अवस्था में सड़क के किनारे पड़ा हुआ है। पीआरवी कर्मी तुरंत बेहोश व्यक्ति को पानी पिलाकर होश में लाए। वह अपना नाम बताने में असमर्थ था। पीआरवी कर्मी ने उसे अपने साथ अस्पताल ले जाकर उसका उपचार कराया। उन्होंने आसपास के लोगों की मदद से घर की जानकारी कर उसे सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
दूसरा– 19 नवंबर को को थाना जेवर क्षेत्र तहत एक कंटेनर अनियंत्रित होकर आगे खड़े ट्रक में टक्कर मारकर दिया। इस हादसे की सूचना पर पीआरवी कर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुंचे। ट्रक चालक और हेल्पर गंभीर रूप से घायल अवस्था में ट्रक में फंसे हुए थे, उन्हें ट्रक से बाहर निकालकर इलाज के लिए निजी कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया। इसकी सूचना उन्होंने थाने और परिजनों को दी थी।
तीसरा-. 23 नवंबर को थाना दनकौर क्षेत्र के तहत कॉलर द्वारा निर्धारित पॉइंन्ट पर गश्त के दौरान पीआरवी कर्मियों ने देखा कि एक डस्टर गाड़ी (नंबर यूपी 16 एएन 8300) में सवार कुछ लोग पेरीफेरल पर खड़े एक हादसाग्रस्त ट्रक से तेल निकाल रहे थे। पीआरवी कर्मी तुरंत उन व्यक्तियों के पास पहुंचे तो वे भागने लगे। इस पर पीआरवी कर्मियों ने उनका बदमाशों का पीछा किया तो वे अंधेरे का फायदा उठाकर गाड़ी को मौके पर छोड़कर भाग गए। पीआरवी कर्मियों ने उस गाड़ी और तेल चोरी करने वाले उपकरण को अगली कार्यवाही के लिए थाना दनकौर को सौंप दिया। इस मामले में थाना दनकौर में विभिन्न आपराधिक धाराओं में केस दर्ज है।