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सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नोएडा में ट्रैफिक पुलिस की बी सेल्फीश अभियान शुरू

कमिश्नर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में ऑटो चालकों व ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़े लोगों को किया पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने संबोधित

नोएडा (federal bharat news) : नोएडा व ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट को ‘एक्सीडेंट फ्री’ बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस लगातार कोशिश में लगी रहती है, लेकिन कहीं गलत दिशा में ड्राइविंग, कहीं रफ्तार तो कहीं लापरवाही हादसों को बढ़ावा दे रही है। नोएडा पुलिस ने अब हादसों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए विशेष ट्रैफिक अभियान शुरू किया है, जिसकी टैग लाइन है “बी सेल्फिश”। अभियान की शुरूआत बुधवार को गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने की। देखना बाकी रहेगा कि “बी सेल्फिश” अभियान कितना सफल रहता है या यह भी अन्य अभियानों की तरह रस्मअदायगी बनकर रह जाएगा।


रॉन्ग साइड ड्राइविंग दुर्घटनाओं की मुख्य वजह
सेक्टर 108 स्थित कमिश्नर मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में ऑटो चालकों व ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया गया था। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर अपने संबोधन में श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में हाल ही में कराई गई एक स्टडी में यह तथ्य सामने आया है कि अधिकांश दुर्घटनाएं गलत दिशा में वाहनों के चलाने की वजह से होती हैं। कई स्थानों पर रॉन्ग साइड ड्राइविंग की वजह से जाम की समस्या भी पैदा होती है।
ऑटो चालक सख्ती से ट्रैफिक नियमों का पालन करें
उन्होंने ऑटो चालको से ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील भी की। सीपी ने कहा है कि यदि ऑटो चालक व अन्य फोरव्हीलर चालक संकल्प लें कि रॉन्ग साइड ड्राइविंग नहीं करेंगे, तो हम न सिर्फ हादसों को रोकने में कामयाब रहेंगे, बल्कि न जाने कितने लोगों की जान भी बचाकर परोपकार का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा  कि नवंबर को ट्रैफिक माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस द्वारा विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस ने सैकड़ों ऑटो रिफ्लेक्टर लगाए। यह रिफ्लेक्टर सामने से आने वाली रोशनी में चमकते हैं, जिससे विपरित दिशा से आ रहा वाहन चालक सावधान हो जाती है। हर साल सड़क दुर्घटनाओं मे हजारों जान गवाते हैं, थोडी सी सावधानी, थोडा सा समय लेना, प्रत्येक जिन्दगी को बचा सकता है। आइये, थोड़ी देर के लिए SELFISH हो जाते हैं, चंद सेकंड नही, जिंदगी बचाते हैं।

क्या है “बी सेल्फीश” अभियान
यातायात माह के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने अनूठे “बी सेल्फीश” अभियान की शुरूआत की है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बी सेल्फीश अभियान के बारे में विस्तार से बताया। इसका अर्थ है स्वार्थी बनिए। यानी गाड़ी चलाते समय अपने और अपने परिवार के बारे में ही सोचिए। यानी विचार करिए यदि ट्रैफिक में गलती से आपकी मृत्यु हो जाती है अथवा कोई अंग भंग हो जाता है कि आपके परिवार अथवा घायल होने पर आपके जीवन पर इसका क्या और कैसा असर पड़ेगा। लक्ष्मी सिंह ने कहा कि टक्कर लगने में 24 सेकेंड से भी कम का समय होता है। इतना ही समय आपको निर्णय लेने में बचता है।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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