दिल्ली (फेडरल भारत न्यूज) : दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग इंस्टीट्यूट में हुए हादसे के बाद नई दिल्ली नगर निगम ने बिल्डिंग बायलाज का उल्लंघन करने वाले 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है। साथ ही क्षेत्र में कोचिंग सेंटरों की पहचान करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन एमसीडी ने किया है। इस बीच सोमवार को कोचिंग के बेसमेंट में तीन छात्रों के डूबकर मरने की घटना का मामला राज्यसभा में भी उठा। उधर, इस घटना को लेकर दिल्ली और देश के अन्य स्थानों पर छात्रों के प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। इस मामले में अब तक पांच लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
बेसमेंट में कोचिंग चला रहे सेंटर किए हैं सील
दिल्ली नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, राजेंद्र नगर के विभिन्न इलाकों में स्थित इन कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया गया है। जिन कोचिंग संस्थानों को सील किया गया है वो सभी बिल्डिंग के बेसमेंट में क्लासरूम चला रहे थे, जो कि नियमों का उल्लंघन है। सील किए गए कोचिंग इंस्टीटयूट्स में आईएएस गुरुकल, चहल अकादमी, प्लूटस अकादमी, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, टॉपर्स अकादमी, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली आईएएस, करियर पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस आईएएस और ईज़ी फॉर आईएएस शामिल हैं।
सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे छात्र
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी घुस जाने से चार घंटे से अधिक समय तक फंसे रहने से तीन छात्रों की मौत हो गई। मृतक छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव (दोनों की उम्र 25 वर्ष) और नवीन डेल्विन (28) के रूप में की गई है। तानिया तेलंगाना और श्रेया उत्तर प्रदेश की थीं, जबकि नवीन केरल के निवासी थे। वे सभी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। शनिवार को कई छात्र कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में थे कि अचानक सैलाब सा आया और उसमें तीन छात्रों की तड़पकर मौत हो गई।
पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि पानी बेसमेंट तक कैसे पहुंचा, जिसका इस्तेमाल कोचिंग संस्थान लाइब्रेरी के तौर पर कर रहा था। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बेसमेंट, जो जमीन से लगभग आठ फीट नीचे है, में एक लाइब्रेरी थी, जहां शनिवार शाम को कई छात्र मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर का गेट बंद कर दिया गया था। पानी को बिल्डिंग में प्रवेश करने से रोकने के लिए कोचिंग सेंटर के प्रवेश द्वार पर एक स्टील शेड लगाया गया है।
राज्यसभा में उठा मामला
राज्यसभा में दिल्ली कोचिंग हादसे पर चर्चा की मांग की गई है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘मुझे नियम 267 के तहत नोटिस मिले हैं। उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही के कारण दिल्ली में यूपीएससी उम्मीदवारों की दुखद मौत पर चर्चा की मांग की है। मुझे लगता है कि देश के युवा जनसांख्यिकीय लाभांश को पोषित किया जाना चाहिए। आज कोचिंग व्यापार बन गई है। जब भी हम कोई समाचार पत्र पढ़ते हैं, तो पहले एक या दो पृष्ठ उनके विज्ञापनों के ही होते हैं।’