युक्रेनी महिलाएं दुनिया को पढ़ा रही देशभक्ति का पाठ, अपनी न्यूड फोटो बेचकर सेना की कर रहीं मदद
Ukraine Women : भारत में फर्जी राष्ट्रवादियों को युक्रेनी महिलाओं का तमाचा, सेना की मदद के लिए खुद की इज्जत को ही कर दिया नीलाम
नोएडा : भारत में देश भक्ति, राष्ट्रवाद और सेना के प्रति सम्मान ये सब ऐसा है जैसे ईश्वर की प्रार्थना, एक बार को आप बड़े अपराधी हो तो चल जाएगा, पर अगर आपके अंदर इन तीनों क्वालिटी का होना जरूरी है, अगर आपके अंदर इन तीनों में से एक भी क्वालिटी मिसिंग है तो आप भारतीय होने के काबिल नहीं है, और ऐसा जरूरी भी है क्योंकि देश के प्रति प्रेम हर शख्स के अंदर होने आवश्यक है। क्योंकि हमें ये ही पढ़ाया गया है राष्ट्र सर्वोपरि, फिर हमे इसे कैसे भूल सकते हैं, पर कभी आपने खुद से सवाल किया है, कि आप आपने देश और देश की सेना के लिए क्या कर सकते हैं ? आप में से बहुत से लोग देश के लिए जान देने को भी तैयार होंगे, पर कुछ राजनीतिक पार्टी, शो कोल्ड आदर्शवादी नेता अपने अपने हिसाब से धर्म और राष्ट्रवाद की परिभाष बताते हैं, पर असल राष्ट्रवाद और देश भक्ति किसे कहते हैं ये हमें यूक्रेन की महिलाओं से सिखना चाहिए।
दरअसल रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग के बीच यूक्रेन से ऐसी ख़बर सामने आई जिससे दूनियाभर की रूह कांप गई। जब सामने आया की यूक्रेनी महिलाएं अपनी न्यूड तस्वीरें बेचकर पैसे कमा रही हैं, और पिछले तीन महीनों में 570 पाउंड मतलब 6 करोड़ रुपये कमा चुकी हैं… पर ये आपको उतना हैरान नहीं करेगा जितना हैरान आप इसके पीछे की वजह सुकर होंगे। कहते हैं औरत कितनी भी मॉर्डन क्यों न हो जाए पर वो जिस्म को सरेबाजार जब ही करती है, जब उसकी जान पर बन आए या फिर वो किसी बड़ी मुश्किल में हो, तो आखिर यूक्रेनी महिलाओं की वो कौनसी मजबूरी है जिसके तहत वो अपने जिस्म को सरेआम निलाम कर रही हैं तो इसका जवाब आपको और भी ज्यादा हैरान और परेशान कर देगा, क्योंकि महिलाओं का कहना है कि जिस्म का गोरख खेल वो दूनिया को इसलिए दिखा रही है ताकि वो अपने देश की फौज की आर्थिक मदद कर सकें। जी हां सुनने में बेशक आपको ये अटपटा लगे पर इन महिलाओं को तो रूस और युक्रेन के बीच चल रही जंग में अपनी सेना की मदद करनी है। वो चाहती हैं कि इस लड़ाई में उनकी सेना के पास किसी हथियार से लेकर खाना खाने तक की कमी न हो इसलिए वो अपनी नग्न तस्वीरें बेवसाइट पर बेच रही हैं, साथ ही उनका कहना है कि उनकी ये जंग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौत तक जारी रहेगी।
अगर आप ट्वीटर खोल कर हेज टैग “टेरऑनलीफैंस” TerOnlyFans टाइप करेंगे तो देखेंगे कि प्रोजेक्ट के बैनर तले वेबसाइसट पर अब तक 38 महिलाएं इस आंदोलन का हिस्सा बन चुकी हैं, जो आर्मी की मदद की लिए अपनी न्यूज तस्वीरें शेयर कर रही हैं। ये सब अलग अलग पोज में फोटो खिंचवाकर उन्हें बेच रही हैं, इन महिलाओं को लोग ”न्यूड वॉरियर्स” कहकर संभोदित कर रहे हैं, साथ ही इस मुहिम से हर दिन यूक्रेनी महिलाएं जुड़ रही हैं।
कहां से न्यूड वॉरियर्स की शुरुआत हुई
कुछ वक्त पहले नास्तासिया नास्को ने अपने एक ट्वीटर पर लिखा कि खारकीव में रहने वाले उनके जानकार की मदद के लिए वो अपनी न्यूड तस्वीरें भेजेंगी। पहले तो सभी ने इस बात को मजाक में लिया लेकिन फिर ये गोरे जिस्म का काला काम आम हो गया, और अपनी सेना के लिए कई युक्रेनी महिलाएं मैदान में आ गई। खबरों में तो ये तक कहा गया है कि जब उन्होंने ये ट्वीट किया था तो मेहज 5 मिनट में ही उन्हें दर्जन भर जवाब आ गए थे।
खैर ये खबर चमाचा है उन फर्जी राष्ट्रभक्त और सेना के प्रति ऊल जुलूल बातें करने वालों पर जो मात्र टीवी पर आकर ही अपनी छाती पीटते हैं। सच है तो ये की इन युक्रेनी महिलाओं से हमें बहुत कुछ सीखने की जरूरत है, साथ ही ये बताने को काफी है कि राष्ट्र और सेना का सम्मान क्यों और कैसे करना चाहिए। सिर्फ जान देने और जान लेने से ही जंग जीती जाती तो रूस कब का इस युद्ध में अपनी फतह का झंडा बुलंद कर देता, पर ये युद्ध है हौसलों का, आंशू का, आत्मसम्मान और भविष्य को इतिहान बनाने वाली भावनाओं का रूस युक्रेन में बनी बड़ी बड़ी इमारतों को तो खंडहर बनाने में कामयाब रहा पर देश के प्रति युक्रेनीयों के राष्ट्रवाद को टस से मस नहीं कर पाया।