जाम का जंजाल : ग्रेनो वेस्ट में चार मूर्ति चौक पर बनेगा अंडरपास, प्रथम चरण में 800 बहुमूल्य वृक्ष शिप्ट करने की तैयारी
ग्रेटर नोएडा वेस्ट (फेडरल भारत) : तेजी से विकसित और विस्तारित हो रहे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ट्रैफिक जाम ट्रैफिक पुलिस और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के लिए भारी सिरदर्द बन चुका है। पीक ऑवर्स में यहां स्थित बेहद गंभीर बन जाता है। ग्रेनो अथॉरिटी नासूर बनती ट्रैफिक की इस समस्या को हल तलाश रही है। फिलहाल यहां चार मूर्ति चौक(किसान चौक) पर अंडरपास प्रस्तावित है। इसके निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। प्रथम चरण में 800 वृक्षों को यहां से शिफ्ट किया जाएगा।
800 वृक्ष पार्कों में होंगे शिफ्ट
अथॉरिटी सूत्रों के अनुसार, इन वृक्षों की शिफ्टिंग की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इन्हें ग्रेटर वेस्ट के सेक्टर-2 सेक्टर 3 ते पार्कों में शिफ्ट किया जाएगा। इन वृक्षों में अधिकांश चंपा, पाइकस, पिलखन पीपल, नीम और पाम के हैं। संभावना की जा रही है कि अंडरपास के निर्माण से यहां ट्रैफिक की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा। इन वृक्षों को शिफ्ट करने के लिए पर्यावरण विभाग से क्लीनचिट मिल चुकी है। स्थानांतरित किए जाने वाले वृक्षों को भी चिन्हित करने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। वृक्षों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे और सुरक्षित वह पार्कों में स्थानांतरित हो जाएं, इसके लिए वन विभाग के विशेषज्ञों की टीम रहेगी।
अंडरपास से मिल सकेगी राहत
ग्रेनो अथॉरिटी ने जाम की समस्या को लेकर एक ख्यातिप्राप्त कंपनी ने डीपीआर तैयार कराई थी, जिसमें जाम की समस्या से निपटने के लिए सुझाव मांगे गए थे। कंपनी ने ही चार मूर्ति चौक पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर एक की ओर से गौड़ सिटी की ओर अंडरपास के निर्माण का सुझा दिया था। क्योंकि पर्थला चौक से एक मूर्ति जाने वाले रास्ते पर अंडरपास संभव नहीं था, क्योंकि चार मूर्ति से ठीक पहले हिंडन का पुल है। इसलिए दूसरी साइट से ही अंडरपास अधिक फिजेबल है।
क्यों है जरूरत
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के किसान चौक पर प्रतिदिन पांच से छह लाख वाहन गुजरते हैं, जिससे यातायात जाम की समस्या आम बात हो गई है। इस अंडरपास के बनने से ट्रैफिक की आवाजाही सुगम हो जाएगी और यातायात का दबाव कम होगा। जाम से निपटने के लिए पर्थला चौक से एक मूर्ति चौक से पहले सूरजपुर जाने वाले वाहनों के लिए यूटर्न भी बनाया गया था, लेकिन उससे भी बात नहीं बन पाई है। पीक आवर्स में यहां भयंकर जाम लग जाता है।
अंडरपास पर 80 करोड़ की लागत की संभावना
इस अंडरपास पर 80 करोड़ रुपये लागत आने की संभावना है। यह निवेश ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अंडरपास के साथ-साथ, सड़क चौड़ीकरण और अन्य सुधार कार्य भी इस परियोजना के हिस्से होंगे, जिससे शहर का बुनियादी ढांचा और भी बेहतर होगा।
ट्रैफिक में सुधार होने की संभावना
इस अंडरपास के बनने से यातायात प्रबंधन में काफी सुधार देखने को मिलेगा। किसान चौक पर अंडरपास के कारण वाहन चालकों को ट्रैफिक सिग्नल पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे उनका समय भी बचेगा और फ्यूल की बचत भी होगी। इसके साथ ही, दुर्घटनाओं में कमी आने की भी उम्मीद है, जो कि इस क्षेत्र में अक्सर देखने को मिलती हैं। अंडरपास के निर्माण से रियल एस्टेट को भी पंख लगेंगे।