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अनावरणः उप्र के युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होंगे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लोगो, मैस्काट, मशाल, एंथम व जर्सी का किया अनावरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सिर्फ सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य ही नहीं है, बल्कि यहां के आयोजन भी स्वतः ही सबसे बड़ा हो जाता है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तृतीय संस्करण के लिए उत्तर प्रदेश का चयन किया गया है और विश्वास दिला सकता हूं कि यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा। 200 विश्विद्यालयों के छात्र-छात्राएं इस आयोजन के भागीदार बनेंगे। उन्हें उत्तर प्रदेश को जानने, समझने और सीखने का भी अवसर प्राप्त होगा। उत्तर प्रदेश की पूरी टीम इनके स्वागत के लिए तैयार है। 25 मई से शुरू होने वाले इन गेम्स के शुभारंभ के लिए भारत सरकार को और सभी राज्यों को सादर आमंत्रित करता हूं कि वे इन आयोजन के भागीदार बनें और अपना मार्गदर्शन दें। ये गेम्स वास्तव में स्पोर्ट्स की एक्टिविटी को अपने युवाओं तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लोगो, मैस्काट, मशाल, एंथम और जर्सी का अनावरण करने के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्य व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह एवं खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव भी थे।

बदलते हुए भारत की धारणा को मजबूत कर रहा है खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 

मुख्यमंत्री ने भारत में खेलों के प्रति सोच में हुए परिवर्तन का जिक्र करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आप सबने पिछले 9 वर्ष के अंदर भारत को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए देखा होगा। भारत के बारे में दुनिया की धारणा को बदलते हुए भी देखा है। भारत के प्रत्येक नागरिक के मन में एक नया विश्वास भी आपने महसूस किया होगा। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भी उसी धारणा को बदलने और उस विश्वास का एक प्रतीक है। एक दशक पहले खेल और खिलाड़ियों के प्रति लोगों के मन में अच्छी धारणा नहीं होती थी। खेल को एक अनावश्यक कार्य माना जाता था, समय बर्बादी माना जाता था। आज इसके प्रति धारणा बदली है। परिवार के लोग मिलकर बच्चे को प्रोत्साहित करते हैं। भारतीय मनीषा ने तो हमेशा कहा कि शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्, यानी धर्म के जितने भी साधन हैं वे स्वस्थ शरीर से ही संभव हो सकते हैं और स्वस्थ शरीर उसी को प्राप्त होगा जो नियम और संयम से रहता होगा, अनुशासन में रहता होगा। स्वाभाविक रूप से खेल की इन गतिविधियों से व्यक्ति न केवल स्वस्थ रह सकता है बल्कि समाज और राष्ट्र को सशक्त भी कर सकता है। खेलो इंडिया खेलो और फिट इंडिया मूवमेंट उसी श्रृंखला के हिस्से हैं।

गांव से लेकर जिले तक मिल रहा खेलों को बढ़ावा

खेलों के प्रति उत्तर प्रदेश में बढ़ रही जागरूकता का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस तरह के कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया गया है। सांसद खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन भी आज गांव से लेकर जिला स्तर तक भव्य रूप से संपन्न हो रहे हैं। हर जिला स्तर पर भी खिलाड़ियों की लंबी टीम है। ग्रामीण क्षेत्र में महिला हो या पुरुष, बालक हों या बालिकाएं बड़े पैमाने पर इन कार्यक्रमों से जुड़ रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री ठाकुर को दिया धन्यवाद

उन्होंने केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर को धन्यवाद दिया और कहा कि खेल मंत्रालय संभालने के बाद खेल के प्रति और एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में उनके मन में इस अभियान को गति देने का जो भाव था वह पिछले चार वर्ष के अंदर हमने देखा और महसूस किया है। उत्तर प्रदेश आज प्रधानमंत्री के इस विजन को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह तैयार है।

65 हजार को उपलब्ध कराईं स्पोर्ट्स किट

उत्तर प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने के प्रदेश सरकार के प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अनेक कार्यक्रम प्रारंभ किए हैं। उत्तर प्रदेश ने हर जिले में एक स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम की कार्यवाही प्रारंभ हुई है। 58 हजार ग्राम पंचायतों में खेल मैदान के निर्माण को एक नई गति मिली है। हर वार्ड हो या ग्राम पंचायत, खेल के मैदान के साथ ग्राम पंचायत की निधि का उपयोग ओपन जिम के लिए किया जा रहा है। खिलाड़ी और खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए युवा कल्याण विभाग के द्वारा युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को प्रोत्साहित करने के एक बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। अब तक हम 65 हजार युवा मंगल दल और महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करा चुके हैं। कुल 85 हजार इनकी संख्या हैं और 20 हजार जो शेष बचे हैं उन्हें भी अगले वर्ष तक स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करा देंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेरठ में स्थापित कर रहा है। विश्वविद्यालय के साथ ही मेरठ वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के उत्तर प्रदेश सरकार की विशेष कार्ययोजना का एक हिस्सा है। वहां स्पोर्ट्स के आइटम को प्रोत्साहित करने के लिए हमने अनेक कार्यक्रम प्रारंभ किए हैं।

खिलाड़ियों ने प्रदर्शित की केआईयूजी की जर्सी व मशाल

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी सीएम और केंद्रीय खेल मंत्री ठाकुर ने सबसे पहले बटन दबाकर लोगो और एंथम को लॉन्च किया। इसके बाद जर्सी का अनावरण हुआ। इसे उत्तर प्रदेश की हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया, दानिश मुज्तबा, बास्केटबाल प्लेयर विशेष भृगुवंशी और एथलीट अन्नू रानी ने स्टेज पर प्रदर्शित किया। इसके बाद मैस्काट ‘जीतू’ को लॉन्च किया गया,जो राज्य जीव बारासिंघा और राज्य पक्षी सारस का मिलाजुला स्वरूप है। यह शुभंकर प्रकृति के प्रति उप्र की अगाध श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इस दौरान एथलीट सुधा सिंह, हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय, कुश्ती खिलाड़ी दिव्या काकरान, जूडो खिलाड़ी विजय कुमार यादव ने विशेष रूप से तैयार मशाल का प्रदर्शन किया। अंत में मुख्यमंत्री और केंद्रीय खेल मंत्री ने मशाल रिले को फ्लैग ऑफ किया। यह चार मशाल रिले पूरे प्रदेश का भ्रमण करके 25 मई को वापस लखनऊ लौटेंगी।

उप्र के हर जिले में होगा खेलो इंडिया सेंटरः अनुराग ठाकुर

इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हाल ही में हमने खेलो इंडिया के 5 वर्ष पूर्ण किए हैं। जिस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था वह बहुत तेजी से आगे बढ़ा है। इसके माध्यम से खिलाड़ियों को तलाशने और उन्हें तराशने का काम किया जाता है। इन खेलों का सबसे बड़ा आयोजन खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश में होने जा रहा है। जिस तरह सीएम योगी ने यहां खेलों को बढ़ावा दिया है, उम्मीद है कि आने वाले समय में दुनिया में कहीं भी कोई खिलाड़ी मेडल जीतेगा, पोडियम पर राष्ट्रगान बजेगा तो उसमें उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान होगा। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश सबसे अधिक मेडल लाने वाला प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी गेम्स में सबसे ज्यादा खेल और खिलाड़ी प्रतिभाग करने जा रहे हैं। यह दिखाता है कि उत्तर प्रदेश इस खेल का आयोजन करने में सक्षम है और देश भर के खिलाड़ी यहां आने को तैयार हैं। कभी यह प्रदेश दंगों के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यह प्रदेश दंगल के लिए जाना जाएगा। पहले यह प्रदेश गोलियों के लिए जाना जाता था, अब शूटिंग खेल के लिए जाना जाएगा। भारत सरकार पूरे देश में एक हजार खेलो इंडिया सेंटर बनाने जा रही है। निश्चित तौर पर 15 अगस्त 2023 से पहले उत्तर प्रदेश के एक-एक जिले में एक खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना होगी।

उत्तर प्रदेश के लिए बड़ा अवसर

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में हम एक बड़े खेल आयोजन की मेजबानी करने जा रहे हैं। यह उत्तर प्रदेश के लिए बड़ा अवसर है और उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को और बड़े खेल आयोजनों की मेजबानी का अवसर मिलेगा।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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