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अपडेट-किसान महापंचायतः ग्रेनो विकास प्राधिकरण कार्यालय पर उमड़ा जनसैलाब

दूरदराज के गांवों से महापंचायत में किसान हुए शामिल, महिलाओं की भी अच्छी-खासी रही तादाद, मांग पूरी होने तक आंदोलन को जारी रखने का संकल्प   

ग्रेटर नोएडा अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर मंगलवार को यहां ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने आयोजित किसान महापंचायत में जनसैलाब उमड़ा। महापंचायत में ग्रेटर नोएडा के 39 गांवों के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। महापंचायत में महिलाओं की अच्छी-खासी तादाद थी।

 

 

प्रदर्शन करते महापंचायत में पहुंचे लोग

किसानों की महापंचायत में विभिन्न गांवों से किसान रैली निकालकर प्रदर्शन करते हुए पहुंचे। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की ओर आने वाले रास्तों पर सुबह से ही प्रदर्शनकारी आने का नजारा देखने को मिला। महापंचायत में विभिन्न राजनैतिक दलों खासतौर से समाजवादी और वामपंथी दलों के लोग भी शामिल हुए।

क्या है किसानों की मांग

आंदोलनकारी किसान समझौते के अनुसार वंचित किसानों के 10% आबादी प्लॉट तुरंत दिया जाए, सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा 24000 रुपये प्रति वर्ग मीटर घोषित करने, आबादी के मामलों का निस्तारण करते हुए बैक लीज कराने, आवासीय योजनाओं में किसानों का दोनों तरह का कोटा बहाल करने, रोजगार नीति को लागू कर स्थानीय युवकों को कंपनियों में रोजगार निर्धारित करने, किसानों और उनके परिवार को निःशुल्क शिक्षा एवं चिकित्सा की सुविधा नीति लागू करने, भूमिहीन परिवारों को 40 वर्ग मीटर आबादी के प्लॉट देने आदि की मांग कर रहे हैं। इन्हीं मांगों और समस्याओं के निराकरण के लिए किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर 25 अप्रैल से अनिश्चितकालीन महापड़ाव (धरना) डाले हुए हैं। मांगों को पूरा कराने और समस्याओं के निराकरण आज मंगलवार को महापड़ाव स्थल पर किसान महापंचायत आयोजित की गई।

श्रमिक संगठनों का समर्थन

किसानों के आंदोलन को सीटू और अन्य वामपंथी, श्रमिक संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया। सीटू के गौतमबुद्ध नगर के जिला अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, सीटू नेता लता सिंह, राजकरण सिंह, रामस्वारथ, धर्मपाल चौहान, अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की नेता चंदा बेगम, आशा यादव, रेखा चौहान के नेतृत्व में जनवादी महिला समिति और सीटू कार्यकर्ताओं ने किसान महापंचायत में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने महापंचायत को संबोधित भी किया। किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान सभा के जिला संयोजक वीर सिंह नेताजी, जिला प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि किसान अपनी मांगों और समस्याओं को पूरा कराने के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर 25 अप्रैल से महापड़ाव डाले हुए हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगों और समस्याओं का पूरी तरह समाधान नहीं हो जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान महापंचायत को किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव बीजू कृष्णन, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पूर्व विधायक कृष्णा प्रसाद, केंद्रीय कमेटी सदस्य पुष्पेंद्र त्यागी, मनोज कुमार आदि ने भी संबोधित किया। महापंचायत की अध्यक्षता जगदीश नंबरदार ने किया। संचालन जगबीर सिंह ने किया।

पुलिस बल रहा तैनात

किसान महापंचायत को ध्यान में रखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सुबह कुछ देर तक हंगामा भी हुआ। बाद में किसान शांत होकर अपनी पंचायत करने लगे। किसान पहले से ही ग्रेनो विकास प्राधिकरण का गेट बंद कर महापड़ाव डाले हुए थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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