स्पेक्ट्रम मेट्रो मॉल में सर्विस चार्ज पर हंगामा : बाउंसर और कस्टमर के बीच हाथापाई, दो साल पुराना वीडियो वायरल
क्या था पूरा मामला
दरअसल स्पेक्ट्रम मॉल में स्थित एक रेस्टोरेंट में एक कस्टमर ने सर्विस चार्ज को लेकर आपत्ति जताई। कस्टमर का कहना था कि रेस्टोरेंट में लगने वाला सर्विस चार्ज अनावश्यक है और इसे हटाया जाना चाहिए। जब कस्टमर की शिकायत पर कोई ठोस समाधान नहीं निकला, तो उसने बाउंसर से मदद की मांग की। बाउंसर ने न केवल कस्टमर की बातों को नजरअंदाज किया, बल्कि विवाद को सुलझाने के बजाय, शारीरिक रूप से धमकाने की कोशिश की। बाउंसर के इस व्यवहार से कस्टमर का गुस्सा और बढ़ गया और दोनों के बीच हाथापाई की स्थिति पैदा हो गई।
मॉल परिसर में तनाव का माहौल
बता दें इस झगड़े के कारण मॉल परिसर में तनाव का माहौल बन गया। अन्य ग्राहक और मॉल के कर्मचारी यह सब देखकर दंग रह गए। कुछ समय बाद, मॉल प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचे और मामले को शांत किया। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर स्थिति को काबू किया।
सर्विस चार्ज पर उपभोक्ता अधिकार: कानून की समझ जरूरी
भारतीय उपभोक्ता अधिकारों के तहत, सर्विस चार्ज को अनिवार्य रूप से नहीं लिया जा सकता। अगर कोई ग्राहक इसे लेकर असहमत है, तो वह इसे बिना किसी दबाव के हटा सकता है।
मॉल की छवि पर सवाल
इस घटना के बाद, स्थानीय निवासियों और मॉल में आने वाले शॉपर्स के बीच सवाल उठने लगे हैं। कई उपभोक्ताओं ने यह चिंता जताई कि रेस्टोरेंट्स और होटलों में सर्विस चार्ज का मुद्दा कभी-कभी उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन करता है। मॉल प्रशासन के खिलाफ बढ़ती नाराजगी से मॉल की छवि पर असर पड़ सकता है।