शहरी निकाय चुनावः गौतमबुद्धनगर में तेजी से बदल रहे हैं राजनीतिक समीकरण
दादरी में निर्दलीय प्रत्याशी जगभूषण गर्ग के सरेंडर करने से भाजपा व सपा में सीधी टक्कर लगी है दिखने
नोएडा l स्थानीय शहरी निकाय चुनाव में गौतमबुद्ध नगर जिले की राजनीति में तेजी से समीकरण बदल रहे हैं l दादरी नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष का चुनाव बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लग रहे जगभूषण गर्ग ने अब सरेंडर कर दिया है l अब इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी की इसी पद की उम्मीदवार गीता पंडित और समाजवादी पार्टी के बीच सीधी टक्कर होती दिख रही है।
रबूपुरा में हो चुका है निर्विरोध निर्वाचन
गौरतलब है किन नगर निकाय के चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है। जिला गौतमबुध नगर में नगर पालिका परिषद की एक सीट के अलावा 5 नगर पंचायत की सीटें हैं। रबूपुरा की सीट पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा चुके हैं। जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह के भतीजे शशांक सिंह यहां के चेयरमैन बन गए हैं। दादरी नगर पालिका परिषद पर अध्यक्ष पद की उम्मीदवार ने वर्तमान अध्यक्ष गीता पंडित हैं। गीता विजय पंडित की पत्नी हैं। विजय पंडित की दादरी में सरेआम हत्या हो गई थी। उसी के बाद भाजपा ने गीता पंडित को अपना उम्मीदवार बना दिया और पिछले चुनाव में बहुमत के साथ चेयरमैन बनीं। इस बार हो रहे चुनाव भी भाजपा ने गीता पंडित पर विश्वास किया है और उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। इस उम्मीदवारी का विरोध करते हुए भाजपा के पुराने कार्यकर्ता जगभूषण गर्ग ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल कर दिया था चुनाव अपने चरम पर था लेकिन आज इस चुनाव में घटनाक्रम तेजी से बदले।
मुख्यमंत्री से मिले तब माने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद में मेयर पद की उम्मीदवार सुनीता दयाल के पक्ष में जनसभा को संबोधित करने आए थे। सूत्र बताते हैं की जगभूषण गर्ग को यहीं पर ले जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कराई गई। इसी के बाद वे संतुष्ट हुए और उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली है। अब यहां चुनाव भाजपा उम्मीदवार गीता पंडित व समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवार अयूब के बीच टक्कर होगी। लेकिन चुनाव का ऊंट किस करवट बैठेगा, यह अभी भविष्य के गर्भ में है।
तोमर ने भी दावेदारी वापस ली थी
भाजपा के पक्ष में 2014 के लोकसभा चुनाव में गौतमबुध नगर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार और चार बार के सांसद रहे रमेश चंद तोमर ऐन वक्त पर अपनी दावेदारी वापस ले ली थी। उनकी दावेदारी वापसी के बाद डॉ. महेश शर्मा की जीत का रास्ता साफ हो गया था। वह प्रचंड बहुमत से चुनाव जीते। इसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में नोएडा विधानसभा सीट पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के सुपुत्र पंकज सिंह चुनाव मैदान में उतरे। इनकी दावेदारी का विरोध करते हुए भाजपा कार्यकर्ता कैप्टन विकास गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (आप) से पर्चा भर दिया था लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने भी अपना पर्चा पंकज सिंह के पक्ष में वापस ले लिया था। अब एक बार फिर जग भूषण गर्ग भाजपा की उम्मीदवार गीता पंडित के पक्ष में सरेंडर कर गए हैं। एक बात साफ है कि भाजपा चुनाव में साम, दाम, दंड और भेद की रणनीति पर काम कर रही है। अपने प्रत्याशियों को हर हाल में जिताना पार्टी की प्राथमिकता है।