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महिला से बदतमीजी का विडियो वायरल होने का मामलाः बेईमान भी है श्रीकांत त्यागी

बिजली बिल व मेंटिनेंंस का एक लाख 30 हजार रुपये बकाया, किसी में मांगने की नहीं थी हिम्मत

नोएडा। नोएडा के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी निवासी कथित भाजपा नेताश्रीकांत त्यागी सिर्फ बदतमीज की नहीं था बल्कि बेईमान भी था। उस पर सोसायटी के लाखों रुपये बिजली का बिल और मेंटिनेंस का बकाया है। लेकिन सोसायटी में किसी की हिम्मत नहीं थी कि वह उससे बकाये की मांग कर दे।

 

नोएडा के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी का काफी दबदबा था। उसकी बदतमीजी, बदमाशी के कारण किसी को भी उससे बोलने और टोकने की हिम्मत नहीं पड़ती थी। यहां तक कि उस पर सोसायटी का जो बकाया धनराशि है उसे मांगने की रेजिटेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के किसी पदाधिकारी, बिल्डर या उसके किसी कर्मचारी में नहीं था। लोग भयभीत रहते थे कि बकाये की मांग करने पर पता नहीं वह कैसे रिएक्ट करे और कौन सी बदतमीजी कर दे। लोग “अपनी इज्जत अपने हाथ’’ की नीति का पालन करते थे।

बिजली बिल, मेंटिनेंस चार्ज नहीं देता था

सोसायटी की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी ने नाम नहीं लेने की शर्त पर बताया कि श्रीकांत त्यागी गुंडई और बदमाशी का सिक्का सोसायटी में चलता था। उसने कभी बिजली का बिल और मेंटिनेंस चार्ज नहीं दिया। यहां तक कि रिचार्ज मीटर पर भी त्यागी का ही कब्ज़ा है। त्यागी पर सोसायटी का एक लाख 30 हज़ार रुपये देनदारी है। यह धनराशि बिजली के बिल और मेंटिंनेंस चार्ज का है। यह एक दो दिन का चार्ज नहीं है बल्कि कई महीनों का है।

सभी को धमकाया

उसकी गुंडई का आलम यह था कि सोसायटी में शायद ही कोई ऐसा बचा हो जिसे त्यागी ने धमकी न दी है। उसकी बदतमीजी से कोई अछूता नहीं है। सोसायटी में सभी को धमकाकर रखता था।

क्या है मामला

नोएडा के सेक्टर-93 बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में श्रीकांत अवैध तरीके से आसपास की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया हुआ है। उस कब्जे को हटाने के लिए सोसायटी की एक महिला ने वहां पर पौधे रोप दिए तो श्रीकांत भड़क गया। वह महिला से दुर्व्यवहार करने के उसे और उसके पति को भद्दी गाली। इसका पिछले दिनों इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरीके से श्रीकांत ने महिला से बदतमीजी की उसे धक्का दिया और गाली-गलौज कर रहा है।

एक दिन बाद पुलिस ने लिया संज्ञान

जिस दिन यह विडियो वायरल हुआ उसके एक दिन बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया। बताया जा रहा है कि वहां पुलिस कर्मी मौजूद थे लेकिन उन्होंने श्रीकांत के खिलाफ कार्यवाही नहीं की। बाद में जब पुलिस पर दबाव पड़ा तो उसने श्रीकांत के खिलाफ न सिर्फ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया बल्कि उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके चार सहयोगियों को हिरासत में लेकर श्रीकांत के ठिकानों के बार में पूछताछ की लेकिन वे उसके ठिकानों के बारे में नहीं बता सके। पुलिस ने उसकी तीन लक्जरी गाड़ियों को सीज कर दिया है। उसकी तलाश में टीम का गठनकर उसके संभावित स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं।

सांसद को आना पड़ा लोगों के बीच

श्रीकांत त्यागी के वायरल विडियो और महिला से बदतमीजी के मामले में इतना तूल पकड़ लिया कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा के सदस्य डा.महेश शर्मा को सोसायटी में जाकर उन्हें विश्वास दिलाना पड़ा कि श्रीकांत का भाजपा से कोई संबंध नहीं है। उसकी हरहालत में 48 घंटे में गिरफ्तारी होगी। भाजपा महिलाओं की इज्जत करती है। महिलाओं बदतमीजी तो पार्टी को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं है।

श्रीकांत की गिरफ्तारी की कवायद तेज़

महिला को धक्का देने, उसके और उसके पति को भद्दी और गंदी गाली देने, धमकाने, छेड़छाड़ समेत विभिन्न मामलों में हालांकि श्रीकांत अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है लेकिन सेंट्रल ज़ोन के हर थाने की पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की कवायद तेज कर दी है।

एक दर्जन से अधिक टीम का गठन

पुलिस ने श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के लिए सेंट्रल जोन  में पड़न वाले हर थाने में टीम का गठन किया है। टीम में शामिल पुलिसकर्मी उसे संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं। इन टीमों के अलावा उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एसओजी टीम और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।

अलग-अलग गाड़ियों से भाग रहा श्रीकांत

लगता है कि श्रीकांत को पुलिस को छकाने में मजा आ रहा है। वह हर हालत में पुलिस की गिरफ्तारी के बचने के लिए अलग-अलग गाड़िय़ों का उपयोग कर रहा है। जहां अधिकांश लोग उसके खिलाफ हैं वहीं कुछ लोग उसके रहनुमा बने हुए हैं। पुलिस से बचने के लिए वह ऐसे ही रहनुमाओं का सहयोग ले रहा है।

नोएडा पुलिस के लिए चुनौती बना

श्रीकांत पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए जो तरीका अपना रहा है, बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा है। ठिकानों को बदलने के लिए विभिन्न गाड़ियों को उपयोग कर रहा है, वैसे में वह नोएडा पुलिस के लिए चुनौती बन  गया है। नोएडा पुलिस भी इस चुनौती को स्वीकार कर चुकी है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं।

लंगड़ा त्यागी नाम से भी कुख्यात है श्रीकांत

श्रीकांत उर्फ लंगड़ा त्यागी की गिरफतारी के प्रयास में नोएडा पुलिस ने फिर उसके घर का दरवाजा खुलवाकर दबिश दी है। पुलिस ने लगड़ा त्यागी के ड्राइवर सुरेंद्र को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। नोएडा पुलिस की पांच टीमों ने अलग अलग उसके संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की लेकिन वह पुलिस की पकड़ में फिलहाल नहीं आया है। उसके रिश्तेदारों और व्यावहारिक संबंध रखने वाले लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ की।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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