इंतजारः अब सात नंवबर पर निगाह टिकी भाकियू की
इसी दिन तक आंदोलनकारियों को मांगों और समस्याओं के समाधान के लिए दी गई है अवधि
ग्रेटर नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की निगाह अब सात नवंबर पर टिकी हुई है। इसी दिन तक प्रशासन और गौतमबुद्ध नगर जिले में स्थित तीनों विकास प्राधिकरणों की अवधि मांगों को पूरा करने के लिए भाकियू ने दी है।
धरने में शामिल होने के लिए दिया धन्यवाद
भाकियू की पश्चिमी उप्र के अध्यक्ष पवन खटाना और मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने भाकियू से जुड़े गौतमबुध नगर के किसानों, मजदूरों को 14 से 17 अक्टूबर तक जीरो पॉइंट के नीचे धरने में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि धरने में शामिल होने वालों ने किसानों एवं मजदूरों की लड़ाई को मजबूती से लड़ा। उन्होंने कहा कि मांगों को पूरा करने के लिए सभी को 7 नवंबर तक का समय दिया गया है।
गांवों में जाकर किसानों को बताने की अपील
दोनों किसान नेताओं ने भाकियू के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे गांवों में जाकर किसानों की समस्याओं के लिए जनजागरण अभियान चलाना सुनिश्चित करें। इसी के साथ ही गौतमबुध नगर के सभी किसानों को 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा, 10 प्रतिशत आवासीय भूखंड, किसानों की पुश्तैनी आबादियां 2013 की भूमि अधिग्रहण के तहत किसानों को चार गुना मुआवजा देने, किसानों के बच्चों को रोजगार उपलब्ध कराने, जेवर एयरपोर्ट से प्रभावित विस्थापित गांवों को सभी सुविधाएं मुहैया कराने मुद्दों और मामलों को लेकर 7 नवंबर दिन सोमवार को फिर उसी स्थान (जीरो प्वाइंट ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे के नीचे) पर एकत्र होकर तीनों प्राधिकरणों (नोएडा विकास प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण एवं यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों, गौतमबुध नगर के जिलाधिकारी, प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के साथ अपनी समस्याओं के समाधान की जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
चेतावनी भी दी
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो पंचायत को धरने में तब्दील कर दिया जाएगा। कल से हमने फिर उसी पावन भूमि जहां से 14 अक्टूबर की पंचायत का दिन निश्चित किया गया था, भट्टा पारसौल, रनेहरा, जेवर से शुरुआत कर दी है।