कालाधंधाः नकली सीमेंट बना रहे थे, पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार
सीमेंट के गोदाम से नकली सीमेंट का जखीरा बरामद, बिना नंबर प्लेट की ट्रैक्टर ट्राली भी मिली
ग्रेटर नोएडा। थाना जारचा की पुलिस ने एक नामी ब्रांड का नकली सीमेंट बनाने और उसे बचने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है। पुलिस ने उनके पास से नकली सीमेंट का जखीऱा बरामद किया है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के साथ ही कापी राइट एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया है।
किस ब्रांड की बना रहे थे सीमेंट, कितना माल बरामद हुआ
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चार लोग अल्ट्राटेक कम्पनी के नाम पर नकली सीमेंट बना रहे थे। पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस ने बताया की आरोपियों के पास से 166 सीमेंट मिली है। उनमें सुप्रसिद्ध अल्टाटेक 50 बोरी नकली सीमेंट की बोरियां थीं। इनके अलावा 116 बोरी अल्ट्राटेक सीमेण्ट के ट्रेड वाले नकली और सीमेंट की ढुलाई में प्रयुक्त होने वाले आयशर ट्रैक्टर मय ट्राली के बरामद हुआ है।
पिछले दिनों थाना जारचा की पुलिस ने नकली सीमेंट बनाने और उन्हें बेचने के आरोप में केडी बिल्डिंग मैटेरियल का मालिक कुलदीप शर्मा निवासी पटवारी का बाग गांव अच्छेजा, बाबू राम निवासी खैराती नगर थाना बिलसी जिला बदायूं, धीरज सिंह निवासी ग्राम नरौली थाना जारचा जिला गौतमबुद्ध नगर और विरासत निवासी लालपुर सोलाना थाना धौलाना जिला हापुड को एनटीपीसी रोड थाना जारचा क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
कैसे हुई गिरफ्तारी
14 जून को अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक संजय वर्ल्ड टावर 18वां तल सेक्टर 16 थाना सेक्टर 30 नोएडा और ललित कुमार निवासी मकान नंबर 505 सेक्टर 65 गुरुग्राम ने पुलिस को सूचना दी कि एनटीपीसी रोड थाना जारचा क्षेत्र में उनकी कंपनी अल्ट्राटेक के नाम से नकली सीमेंट बनाने का धंधा किया जा रहा है। इस सूचना को पुलिस ने गंभीरता से लिया और तुरंत कार्यवाही कर अनुराग बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर एनटीपीसी रोड के सामने वाली दुकान और एनटीपीसी रोड सतपाल के गोदाम थाना क्षेत्र जारचा से कुल 166 सीमेण्ट की बोरी नकली और ट्रैक्टर-ट्राली हरे रंग बरामद कर ली। ट्रैक्टर की ट्राली में 50 बोरी अल्ट्राटेक सीमेण्ट के नॉन ट्रेड वाले नकली और 116 बोरी अल्ट्राटेक सीमेण्ट के ट्रेड नकली रखा हुआ था। तहरीर के आधार पर थाना जारचा पर विभिन्न धाराओं और कापीराइट एक्ट के तहत थाना जारचा में दर्ज किया गया। जो ट्रैक्टर ट्राली बरामद हुई है वह बिना नंबर प्लेट की थी।