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कब मिलेगी राहत : सुपरटेक की मनमानी और अनियमितताओं को लेकर होम बायर्स का जंतर-मंतर पर प्रदर्शन, पीएम के नाम ज्ञापन भेजा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Federal Bharat news): रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक प्रालि के हजारों घर खरीदार पिछले दस साल से अपने घरों के इंतजार में हैं। विभिन्न मंचों पर मांगे उठाए जाने के बावजूद कोई राहत की किरण नहीं दिखाई दे रही है। देशभर का ध्यान आकर्षित करने के लिए रविवार को 14 प्रोजेक्ट के 750 से अधिक बायर्स ने नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और बिल्डर की मानसिक प्रताड़ना को लेकर अपनी आवाज उठाई।
इनके प्रयास से सफल रहा प्रदर्शन
इस शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने के लिए सुमित गुप्ता और श्री कपिल दत्त शर्मा (हिलटाउन), कैलाश चंद्र (अपकंट्री), आयोग रस्तोगी और चेतन कपूर (इको विलेज 3), गुलशन कुमार और आकाश गोयल (नॉर्थ आई), महेंद्र कुमार महिंद्रा (इको विलेज 1) और आचिन मजूमदार (स्पोर्ट्स विलेज) ने विशेष प्रयास किए। बताते चलें कि हजारों घर खरीदार, पिछले पांच साल से राष्ट्रीय उपभोक्ता मंच, रेरा, एनसीएलएटी, सुप्रीम कोर्ट, आर्थिक अपराध शाखा और पटियाला हाउस कोर्ट में अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। अब उन्होंने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया है।
इको विलेज-1 के महेंद्र कुमार पर प्राण घातक हमला
उल्लेखनीय है कि श्री महेंद्र कुमार महिंद्रा को सुबह जंतर मंतर की ओर जाते समय अज्ञात हमलावरों ने हमला किया और उनके हाथ और बांह में चोट आईं। सभी होम बायर्स को यह अंदेशा है कि इस घटना के पीछे सुपरटेक प्रबंधन का हाथ है और इसकी न्यायिक जांच की जाए, इस मामले में पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई गई है। घर खरीददारों की आवाज को दबाने के बहुत सारे प्रयास किए जा रहे है।
सुपरटेक पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप
प्रदर्शन के दौरान 20 से अधिक वक्ताओं ने घर के मिलने में दस वर्ष से अधिक की देरी, वित्तीय अनियमितताएं, सुपरटेक लिमिटेड के द्वारा अनैतिक तरीके से बीबीए एग्रीमेंट से अधिक पैसे की मांग, आधे अधूरे प्रोजेक्ट और रजिस्ट्रेशन मुद्दों से लेकर IRP के निष्पक्ष तरीके से कार्य न करने के मुद्दों पर बात की।
होमबायर्स की मुख्य मांगें हैं
1. एनबीसीसी के समाधान प्रस्ताव में होमबायर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए सुधार किया जाए
2. सुपरटेक लिमिटेड का फोरेंसिक ऑडिट हो, जिससे एनबीसीसी को सभी हितधारकों (घर खरीददार, बैंक एवम अथॉरिटी) के लिए एक मजबूत योजना बनाने में मदद मिले
3. सुपरटेक लिमिटेड के प्रबंधन की भागीदारी को पूरी तरह से हटा दिया जाए
4. सुपरटेक के प्रोमोटर्स की गिरफ़्तारी
5. मौजूदा घर खरीदारों के लिए कोई लागत वृद्धि नहीं ना की जाए
6. भारत सरकार के द्वारा SWAMIH इन्वेस्टमेंट फंड से इंतरिम फंडिंग कराई जाए
क्या हैं परेशानियां
इन हजारों घर खरीदारों में से बहुतायत अपने घर की कीमत का 95% या लगभग संपूर्ण राशि सुपरटेक को दे चुके हैं अभी तक घर के लिए भटक रहे हैं। सुपरटेक की विभिन्न परियोजना 2010 से शुरू हुई थीं, जो अभी तक अधूरी है, इनके घर खरीदार चौतरफा परेशान हैं। इनमें ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो घर की ईएमआई भी दे रहे हैं, किराया भी दे रहे हैं और इनकम टैक्स में ब्याज का फायदा भी नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि इनको घर का पजेशन नहीं मिला है और जिन को घर मिल गए हैं वो आधी अधूरी बनी सोसायटी में अव्यवस्था और कुप्रबंधन का शिकार है।
पीएम को संबोधित ज्ञापन भेजा
प्रदर्शन के समापन पर, संयुक्त प्रतिनिधियो ने अपनी मुख्य मांगों को को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति, वित्त मंत्री, मुख्य न्यायाधीश, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री, IBBI अध्यक्ष, कानून मंत्री, NCLAT अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी एक प्रति भेजी।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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