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ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पुलिस अफसरों का पैदल मार्च, क्या धुल पाएंगे बिसरख पुलिस के दामन पर लगे दाग?

ग्रेटर नोएडा वेस्ट (फेडरल भारत न्यूज) : लगातार बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर शुक्रवार को सहायक पुलिस उपायुक्त सेंट्रल और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सेंट्रल के नेतृत्व में पुलिस ने बिसरख थाना क्षेत्र में पैदल मार्च निकालकर लोगों में भरोसा पैदा करने की कोशिश की। कई बड़ी घटनाओं के कारण बिसरख थाना क्षेत्र इनदिनों सुर्खियों में हैं। सौ से भी अधिक सोसाइटियों वाले इस थाना क्षेत्र पर सभी की निगाहें टिकी रहती हैं।

बिसरख पुलिस की छवि पर लगा था दाग
कैब चालक से लूट की घटना के बाद बिसरख पुलिस की छवि पूरी तरह तार-तार हो गई थी। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर ने सख्त कारवाई करते हुए डीसीपी सुनीति को हटा दिया था और थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी, दरोगा मोहित और रमेश चंद को निलंबित कर दिया गया था, जबकि लुटेरे दरोगा अमित मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले स्टेलर जीवन सोसाइटी के सामने पार्क में गृह मंत्रालय के रिटायर्ड अफसर हरि प्रकाश की बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके अभियुक्तों को पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

दाग धोने के लिए पुलिस हुई सक्रिय
पुलिस कमिश्नर ने नए डीसीपी सेंट्रल के पद पर शक्ति मोहन अवस्थी का नियुक्त किया है। अवस्थी गौतमबुद्ध नगर के पुलिस उपायुक्त क्राइम और कमिश्नर के स्टाफ अफसर रहे चुके हैं। उनकी गिनती काफी तेजतर्रार अफसरों में की जाती है। शक्तिमोहन अवस्थी के पद संभालने के बाद बिसरख पुलिस के साथ-साथ नोएडा सेंट्रल के अफसरों में भी सक्रियता देखी जा रही है।

बिसरख क्षेत्र में निकाला मार्च
डीसीपी सेंट्रल शक्तिमोहन अवस्थी के निर्देश पर सहायक पुलिस उपायुक्त और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सेंट्रल के नेतृत्व में पुलिस ने लोगों में विश्वास बहाली के उद्देश्य से पैदल मार्च निकाला। इसका उद्देश्य जनमानस में सुरक्षा की भावना पैदा करना बताया जा रहा है।

बिसरख के दरोगा ने कैब चालक से लूटे से सात हजार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाने की पुलिस हमेशा विवादों में घिरी रही है। दो दिन पहले थाने के दरोगा अमित मिश्रा ने अपने साथियों के साथ मिलकर कैब चालक रमेश तोमर से सात हजारा रूपये छीन लिए थे। पीड़ित कैब चालक एक महिला को ड्राप करने आया था। इसके बाद डीसीपी समेत थाने, चौकी के अफसरों पर भी गाज गिरी थी।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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