वर्कशॉपः लोगों ने जाना नए मोटर वाहन कानून में किए गए संशोधन को
प्रशिक्षण वर्कशॉप में न्यायिक, पुलिस अधिकारी, कर्मचारी व अधिवक्ता रहे शामिल
नोएडा। उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशों के क्रम में न्यायिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने वर्कशाप का आयोजन पिछले दिनों सेक्टर 108 पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में किया। वर्कशाप में नए मोटर वाहन कानून में किए गए संशोधन पर न्यायिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों, अधिवक्ताओं आदि को प्रशिक्षण दिया गया। वर्कशाप की अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश राजेश बिन्दल ने की।
ये लोग थे शामिल
इसमें न्यायमूर्ति कौशल जयेन्द्र ठाकर, अध्यक्ष मोटर दुर्घटना अधिकरण समिति, न्यायमूर्ति अतउ रहमान मसूदी, सदस्य मोटर दुर्घटना अधिकरण समिति, प्रशासनिक न्यायमूर्ति, गाजियाबाद, न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल, प्रशासनिक न्यायमूर्ति गौतमबुद्धनगर, न्यायमूर्ति जेआर मिश्रा, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय, पुलिस कमिश्नर गौतम बुद्ध नगर आलोक सिंह, जनपद न्यायाधीश गाजियाबाद जितेन्द्र कुमार सिन्हा, जनपद न्यायाधीश गौतमबुद्धनगर अवनीश सक्सेना और निदेशक, न्यायिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, लखनऊ विनोद सिंह रावत आदि उपस्थित रहें।
इस असवर पर जिला गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद के न्यायिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों, इंश्योरेंस कम्पनी के अधिकारियों, आरटीओ के अधिकारियों और व कॉलेज के छात्रों ने वर्कशाप में भाग लिया।
सिविल जज (सीनियर डिवीजन) गौतमबुद्ध नगर सुशील कुमार ने जानकारी दी कि वर्कशाप का आयोजन नए कानून को किस प्रकार से लागू और अपनाए जाने के सम्बंध मे किया गया था।
सड़क हादसों के पीड़ितों को होगा फायदा
उन्होंने बताया कि संशोधित अधिनियम कानून सड़क हादसों के पीड़ितों के लिए फायदेमंद होगा। इससे सड़क हादसों के पीड़ितों को कुछ ही महीनों में मुआवजा मिल जाएगा।