×
crimeउत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

कार्यशालाः महिलाओं ने सीखे साइबर अपराधों से बचाव के गुर

साइबर स्मार्ट वर्कशॉप फॉर वूमेन सेफ्टी का पुलिस आयुक्त कार्यालय में किया गया आयोजन, विभिन्न क्षेत्र की महिलाएं थीं शामिल

नोएडा। महिला सम्बन्धित साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त कार्यालय के सभागार में साइबर स्मार्ट वर्कशॉप फॉर वूमेन सेफ्टी का आयोजन किया गया। वर्कशाप का संचालन डीसीपी महिला सुरक्षा डा0 मीनाक्षी कात्यायन ने किया।

विभिन्न क्षेत्र की महिलाएं हुईं शामिल

वर्कशाप में पुलिस कमिश्ररेट गौतमबुद्धनगर के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित शिक्षण संस्थानों की छात्राओं, सोसायटी की महिलाओं तथा महिला पुलिस कर्मियों सहित लगभग 400 महिलाओं को साइबर विशेषज्ञ रक्षित टंडन और अमित दुबे ने प्रशिक्षण दिया।

कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने और गौतमबुद्धनगर पुलिस को इसप्रकार के अपराधों से निपटने में दक्ष बनाने, उनकी कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए समय-समय पर साइबर वर्कशॉप आयोजित की जाती हैं। वर्तमान में महिलाओं को साइबर अपराध से सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस अपने स्तर से साइबर अपराधियों पर लगातार नकेल कस रही है लेकिन इस पर प्रभावी अंकुश तभी संभव है जब महिलाएं साइबर अपराध और अपराधियों के संबंध में अधिक से अधिक जागरूक होंगी।

साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने का उद्देश्य

महिलाओं में साइबर अपराधों के प्रति यही जागरूकता लाने के उद्देश्य से आज आज शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के निर्देशन में आयोजित साइबर स्मार्ट वर्कशॉप में साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन एवं अमित दुबे ने वर्कशॉप ऑफ वूमेन सेफ्टी इन साइबर स्पेस जैसे महत्वपूर्ण विषय पर उपस्थित महिलाओं महिलाओं को महिला संबंधी साइबर अपराधों के विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी।

सावधानी से बचा सकता है

वर्कशाप में किस प्रकार से थोड़ी भी सावधानी बरतते हुए इन अपराधों से बचा जा सकता है, इसके बारे में जानकारी दी गई। जैसे अपने निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए अपने मोबाइल एप या मोबाइल के पासवर्ड साधारण न हो या एक जैसे न हो। साथ ही किसी भी स्थिति में अपनी निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करें। इसके अतिरिक्त आसानी से पकड़ में न आने वाले पासवर्ड को कैसे बनाएं और यदि किसी के साथ इस प्रकार के अपराध घटित हो जाए तो ऑनलाइन साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 एवं CyberCrime.gov.in पोर्टल के माध्यम से या तत्काल पुलिस की मदद कैसे लें, के बारे में भी जानकारी दी गई।

ये वरिष्ठ अधिकारी थे मौजूद

इस कार्यशाला में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लव कुमार, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय भारती सिंह, पुलिस उपायुक्त महिला एवं बाल सुरक्षा डा0 मीनाक्षी कात्यायन एवं डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद आदि की मौजूदगी में करीब 20 विभिन्न विद्यालयों से आईं 194 छात्राओं और 21 शिक्षक, विभिन्न सोसायटी व सेक्टर से आई हुईं 153 महिलाओं तथा महिला पुलिस कर्मी शामिल थे। साइबर अपराधों की रोकथाम व जागरूकता हेतु इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाते रहेंगे।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close