विश्व पर्यावरण दिवस 2025: प्रकृति से जुड़ने और उसे संरक्षित करने का संकल्प

नोएडा: हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। यह दिन हमें प्रकृति के महत्व को समझने, पर्यावरण की रक्षा करने और हर स्तर पर जागरूकता फैलाने का अवसर देता है।
इस दिन पेड़ लगाना एक महत्वपूर्ण परंपरा मानी जाती है क्योंकि पेड़ पृथ्वी को ऑक्सीजन देने, वायु प्रदूषण कम करने और जीवन को संवारने में सहायक होते हैं।
1. नीम – प्राकृतिक औषधि और वातावरण का रक्षक
नीम का वृक्ष भारतीय चिकित्सा पद्धति में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह न सिर्फ विषैली गैसों को सोखता है, बल्कि दिन-रात ऑक्सीजन छोड़ता है। नीम की पत्तियां, तना और छाल सभी औषधीय हैं, जो आसपास का वातावरण स्वच्छ और रोगाणुरहित बनाते हैं।
2. पीपल – 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाला पवित्र वृक्ष
पीपल का पेड़ भारतीय संस्कृति में पूजा जाता है, लेकिन इसका वैज्ञानिक पक्ष भी उतना ही प्रभावशाली है। यह दिन और रात दोनों समय ऑक्सीजन देता है और कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है। इसकी घनी छाया गर्मी में ठंडक देती है और यह वायु को शुद्ध करने में मदद करता है।
3. अर्जुन – हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी और वायु शुद्ध करने वाला वृक्ष
अर्जुन का वृक्ष हृदय रोगों की आयुर्वेदिक औषधियों में प्रमुख भूमिका निभाता है। यह पेड़ भी अधिक मात्रा में ऑक्सीजन उत्सर्जित करता है और हानिकारक कणों को सोखकर वायु की गुणवत्ता सुधारता है। इसकी छाल का उपयोग दवाओं में किया जाता है।
4. बरगद – विशालता और जीवन ऊर्जा का प्रतीक
बरगद, जिसे भारत का राष्ट्रीय वृक्ष कहा जाता है, 24 घंटे ऑक्सीजन देने की अपनी क्षमता के लिए जाना जाता है। इसकी जड़ें, पत्तियां और शाखाएं वातावरण को शुद्ध करती हैं। बरगद की छाया में बैठने से मानसिक शांति और ऊर्जा का अनुभव होता है।
5. जामुन – स्वाद के साथ सेहत और स्वच्छ वायुमंडल का स्रोत
जामुन का पेड़ सिर्फ स्वादिष्ट फल ही नहीं देता, बल्कि यह प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन भी प्रदान करता है। यह वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को कम करता है और इसके फल और पत्ते मधुमेह जैसी बीमारियों में फायदेमंद होते हैं।
6. अशोक – सुंदरता, सुगंध और शांति का प्रतीक
अशोक वृक्ष धार्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है और इसमें औषधीय गुण भी हैं। यह पेड़ वातावरण को न केवल शुद्ध करता है, बल्कि मंद सुगंध के कारण मन को भी प्रसन्न करता है। इसकी छाया में शांति और सुकून का अनुभव होता है।
निष्कर्ष
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमें न केवल पेड़ लगाने चाहिए, बल्कि ऐसे वृक्षों को प्राथमिकता देनी चाहिए जो लंबे समय तक ऑक्सीजन दें और पर्यावरण के लिए लाभकारी हों। यही हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुंदर और स्वस्थ पृथ्वी का उपहार होगा।