गलगोटिया यूनिवर्सिटी से यशस्वी की मामी ने पूछे सवाल, हॉस्टल में क्यों नहीं थी बाजार जाने की एंट्री
ग्रेटर नोएडा : गलगोटिया यूनिवर्सिटी के लापता छात्र का संदिग्ध अवस्था में शव मिला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। छात्र के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए दनकौर कोतवाली में तहरीर दे दी है।
अनीता कुमारी पत्नी एस के सिन्हा निवासी अशोक नगर, दिल्ली ने दनकौर पुलिस को 12 अक्टूबर को तहरीर दी थी कि यशस्वी राज पुत्र संजय कुमार सिन्हा निवासी पटना गलगोटिया यूनिवर्सिटी में बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र था। 12 अक्टूबर को अपने दोस्तों के साथ वह दनकौर के बाजार में गया था, लेकिन उसके बाद वह वापिस नहीं लौटा।पुलिस को परिजनों ने गुमशुदगी की तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने छात्र की तलाश में दनकौर बाजार के कैमरे भी खंगाले। शनिवार को पुलिस को लापता छात्र का शव बरामद हो गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक छात्र यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहता था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यशस्वी की मामी ने यूनिवर्सिटी से मांगे जवाब
यूनिवर्सिटी के छात्र का शव मिलने के बाद यशस्वी की मामी अनीता कुमारी ने फ़ेडरल भारत से बातचीत में कई चौंकाने वाले खुलासे किये है। मामी अनीता ने बताया कि हॉस्टल से दनकौर जाने की कोई भी एंट्री हॉस्टल के रजिस्टर में नहीं थी। तीन दोस्त उनके भांजे के साथ दनकौर पार्टी करने गए थे। सब ने शराब पी और उनके भांजे को अकेला छोड़कर शराब पीने के बाद तीनों लड़के हॉस्टल में आ गए। शराब पीने के बाद तीनों लड़कों की हॉस्टल में एंट्री कैसे हो गयी। मामी का आरोप है कि एक लड़का सुबह उठने के बाद अपने घर भाग गया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को मोटी फीस एडमिशन कि वक़्त दी गयी थी, लेकिन यूनिवर्सिटी के ढुलमुल रवैये के चलते उनका भांजा मर गया ।
यूनिवर्सिटी का बयान
गल गोटिया यूनिवर्सिटी के पीआरओ श्रीशांत शर्मा का कहना है कि छात्र जिसकी मौत हुई है, पुलिस उसकी जांच कर रही है और यूनिवर्सिटी इस दुःख की घड़ी में पीड़ित परिजनों के साथ है और यूनिवर्सिटी प्रशासन जांच में पुलिस की हरसंभव मदद कर रहा है