बिल का भुगतान नहीं करने पर महिला मरीज को यथार्थ अस्पताल प्रबंधन ने जबरन रोका, बाउंसरों ने महिला को धमकाया, हंगामा
ग्रेटर नोएडा (Federal Bharat news): ग्रेटर नोएडा में स्थित यथार्थ अस्पताल में बिल का भुगतान नहीं होने पर महिला पेसेंट को घंटों जबरन अस्पताल में कथित तौर पर बंधक बनाए रखा। इतना ही नहीं, आरोप है कि अस्पताल के बाउंसरों ने भी महिला पेसेंट का धमकाया। इस मामले को लेकर परिवार के लोगों ने मंगलवार को अस्पताल में हंगामा किया। इसके बाद मामला निपटाया गया।
इंश्योरेंस कंपनी के भुगतान न करने महिला मरीज को रोका
जानकारी के अनुसार ग्रेटर नोएडा के कासना गांव की रहने वाली सोनिया शर्मा को सांस लेने में दिक्कत की वजह से एक अक्टूबर को यथार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका मेडिकल क्लेम का मामला था। पांच अक्टूबर को महिला के डिस्चार्ज के समय अस्पताल प्रबंधन साठ हजार रुपये का बिल थमा दिया गया। महिला मरीज सोनिया के परिजनों ने प्रबंधन से अनुरोध किया कि इलाज का पैसे के भुगतान इंश्योरेंस कंपनी करेगी। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि इंश्योरेंस कंपनी के लोग पैसे की क्लीयरेंस नहीं दे रहे हैं, ऐसे में भुगतान उन्हीं को करना पड़ेगा। आरोप है कि इस पर अस्पताल स्टाफ ने महिला मरीज को अस्पतास में भी जबरन बैठाए रखा।
इंश्योरेंस कंपनी ने कर दिया था क्लेम से इन्कार
इस मामले को लेकर समाजसेवी सविता शर्मा भी अस्पताल पहुंच गईं और इंश्योरेंस कंपनी में फोन करके मामले की जानकारी की। कंपनी की ओर से उन्हें अवगत कराया गया कि जो बिल क्लेम के लिए कंपनी के पास अस्पताल की ओर से आया है, वह ओपीडी तक का मामला है, इस बीमारी में मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं थी। ऐसे में भुगतान संभव नहीं है। करीब तीन दिन तक यह विवाद चलता रहा।
बाउंसरों ने रात में धमकाया
सविता शर्मा का कहना है अस्पताल प्रबंधन से बातचीत में यह तय हुआ था कि मामले में आठ अक्टूबर को 11 बजे मीटिंग करेंगे। आरोप है कि सात अक्टूबर की रात महिला मरीज के कमरे में पहुंचकर पांच बाउंसरों ने उन्हें धमकाया और कहा कि पैसा जमा करें अस्पताल से जाएं।
अस्पताल पर किया हंगामा
महिला को कथित तौर पर धमकाए जाने के मामले को लेकर परिजनों ने मंगलवार को अस्पताल पहुंचकर हंगामा किया। सविता शर्मा का कहना है कि हंगामे के बाद जो मामला तीन दिन से लटका हुआ था, वह कुछ की वक्त में क्लीयर हो गया। अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि बिल का भुगतान हो गया, इसलिए जा सकते हैं। इस संबंध में अस्पताल के मीडिया प्रभारी गुल मोहम्मद का कहना है कि मामला हल हो गया है। अब किसी भी प्रकार का विवाद नहीं है।