×
crimeउत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

तेंदुए की दहशतः वन विभाग ने हाथ खड़े किए, कहा तेंदुआ नहीं है यहां, लोगों में आक्रोश

सोसायटी के लोगों का कहना है तेंदुआ यहीं है, तेंदुआ की कई बार लोगों ने आवाज सुनने का किया दावा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित अजनारा ली गार्डन सोसायटी में तेंदुए का दहशत बरकरार है। सोसायटी के लोगों ने यहां तेंदुआ 27 दिसंबर को देखा था। तभी से सोसायटी में दहशत है। उधर, वन विभाग ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है कि यहां तेंदुआ नहीं है। इससे सोसायटी और आसपास के लोग और अधिक दहशत में आ गए हैं। सोसायटी के लोग गेट पर इकट्ठा होकर वन विभाग से सवाल कर रहे हैं।

 

 

क्या कहते हैं सोसायटी के लोग

अजनारा ली गार्डेन सोसायटी के लोगों का कहना है कि यहां 27 दिसंबर से तेंदुए की दहशत बरकरार है। इस बीच कई लोगों ने तेंदुए को देखा है। उसकी आवाज भी सुनी है। वन विभाग की टीम अपने तरह से उसे खोज कर रही है लेकिन तेंदुआ अभी तक नहीं मिला है। इससे सोसायटी में हालत बहुत बुरे हो गए हैं। क्योंकि सोसायटी में माहौल दहशत, डर और सन्नाटे का है।

तेंदुआ की मौजूदगी से इन्कार  

सोसायटी के निवासियों का कहना है कि आज शनिवार को वन विभाग के अधिकारियों ने साफ-साफ कह दिया है कि तेंदुआ यहां नहीं है। वे आज अपनी टीम के साथ चले जाएंगे। इससे सोसायटी के लोग चौक गए हैं। उनका कहना है कि वन विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है।

सोसायटी के लोगों का वन विभाग से सवाल

सोसायटी के लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से पांच सवाल पूछे हैं।

  1. वन विभाग की टीम तेंदुए को क्यों ढूंढ़ नहीं सकी है?
  2. तेंदुआ यदि यहां से चला गया तो वन विभाग की टीम के पास इसका क्या प्रमाण है?
  3. क्या तेंदुआ आस-पास की सोसाइटी में चला गया है?
  4. यदि कोई घटना होती है तो क्या वन विभाग की टीम जिम्मेदार होगी?
  5. वन विभाग की टीम की जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वे जैसे कर रहे हैं करें।

सोसायटी के लोगों की अपील

सोसायटी के लोगों ने सोसायटी के आम निवासियों से अपील की है कि वे अपने घर से निकलें और ये प्रश्न वन विभाग के अधिकारियों से करें। तभी इस समस्या का कुछ समाधान मिलेगा। अन्यथा आपको आपके भाग्य के भरोसे तेंदुए के हवाले कर दिया जाएगा। फिर किसके साथ क्या होगा, उसका कोई भरोसा नहीं है।

गेट नंबर दो पर एकत्र होने का अनुरोध

सोसायटी के आम लोगों से अपील की गई है कि वे उपरोक्त सवालों का आरोप जानने के लिए सोसासटी के गेट नंबर-2 पर दोपहर में एकत्र होकर वन विभाग के अधिकारियों से सवाल का जवाब लेने का प्रयास करें। इस अपील पर लोग गेट पर एकत्र हो गए और वन विभाग के अधिकारियों से सवाल कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोईउत्तर नहीं मिल रहा है।

वन विभाग के अधिकारी नहीं उठा रहे फोन

वन विभाग के अधिकारियों से वास्तविकता जानने के लिए कल से ही वन अधिकारी के मोबाइल फोन पर काल की जा रही है लेकिन फोन नहीं उठ रहा है। वन विभाग के अधिकारियों के तेंदुआ के यहां होने से इन्कार करने और वापस चले जाने की जानकारी देने के बाद सोसायटी के लोग और दहशत में आ गए हैं। उनकी दहशत अब आक्रोश में तब्दील होती जा रही है।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close