ठगीः हार्ट की बीमारी को तंत्र-मंत्र ठीक करने का झांसा देकर महिला से ठगे थे 2.75 करोड़
एक महीने से पुलिस की गिरफ्त से रहे दूर, अब पुलिस ने दो को दबोचा, कई लोगों को पहले ही जेल भेजी है पुलिस
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना बीटा-2 की पुलिस ने तंत्र-मंत्र से हार्ट की बीमारी को ठीक करने का झांसा देकर करीब 2.75 करोड़ रुपये ठग लेने के आरोप में गिरोह के दो सदस्यो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस गिरोह के कई सदस्यों को पहले ही दबोच कर पुलिस जेल भेज चुकी है। जो लोग पकड़े गए हैं वे फरार चल रहे थे।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी
शुक्रवार को पुलिस ने जिन दो लोगों को अल्फा-1 मैट्रो स्टेशन के निकास गेट से गिरफ्तार किया है उनकी पहचान वीरेंद्र प्रसाद जोशी निवासी एनआरआई सिटी, जीएच-1, टावर-1, थाना बीटा-2, गौतमबुद्धनगर के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बिगराबाग खटिमा, जिला उधमसिंह नगर, उत्तराखंड का रहने वाला है। दूसरे की पहचान जयपाल निवासी एनआरआई सिटी, जीएच-1, टावर-1, थाना बीटा-2, गौतमबुद्धनगर के रूप में हुई है। वह मूल निवासी बिशनपुर भीमाठेर, थाना सिविल लाइन, जिला मुरादाबाद का रहने वाला है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने में बीट पुलिसिंग के जरिये इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, लोकल इंटेलिजेंस से जानकारी और गोपनीय सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 7 अप्रैल को एक महिला ने पुलिस में रिपोर्ट लिखाई कि वह अपने पति जो वर्तमान में किराये पर एनआरआई सिटी निकट परीचौक, ग्रेटर नोएडा में रहते हैं, को हार्ट की बीमारी है। उन्हें तंत्र-मंत्र की विद्या से ठीक करने के प्रपंच में फसाकर 2.75 करोड रूपये की ठगी कर ली गई। इस ठगी गिरोह गिरोह का सरागना मोहम्मद फैजान है। उसकी पत्नी जोहा हिमायूं, विशाल, हिमांशु भाटी, मोनी उर्फ मोना, वीरेंद्र प्रसाद जोशी तथा जयपाल, संजय शर्मा सक्रिय सदस्य हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार में विभिन्न धाराओं में मुकमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान ही गिरोह का सरगना गुरु मोहम्मद फैजान, उसकी पत्नी जोहा हिमायूँ, मोनी उर्फ मोना और विशाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उनके पास से ठगी में प्रयुक्त एक लैपटॉप, दो चेक बुक, दो चेक हस्ताक्षरित ढाई-ढाई लाख रुपये के, 1,400 रुपये के 1,139 नोट व 400 रूपये के 227 नोट, 4 मोबाइल फोन बरामद हुआ था। वीरेंद्र प्रसाद जोशी और जयपाल तभी से फरार चल रहे थे।