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संगोष्ठीःसड़क हादसों से बचने के लिए सभी लोग करें यातायात नियमों का कड़ाई से पालन

नोएडा के सेक्टर-6 स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में कर्म योग, अभ्युदय योजना व सड़क सुरक्षा विषयक संगोष्ठी का आयोजन

नोएडा। परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू ने लोगों का आह्वान किया कि वे सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए वे यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करें। सड़क पर धीमी गति से वाहन चलाएं।

धीमी गति से चलाएं वाहन, सुरक्षित चलें

वह शनिवार को नोएडा के सेक्टर-6 स्थित इंदिरा गांधी कला केंद्र में आयोजित कर्म योग, अभ्युदय योजना व सड़क सुरक्षा विषयक संगोष्ठी में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम सड़क सुरक्षा जन जागरूकता अभियान के तहत आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि सड़क पर यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन कर सुरक्षित चलना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना देश की एक विकट समस्या है। सड़क दुर्घटनाओं से लाखों लोगों की प्रतिवर्ष मौत हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमें यातायात के नियमों का कड़ाई से स्वतः पालन करना चाहिए। सड़क हादसों को रोकने के लिए हमें सजग रहना जरूरी है। उन्होंने बताया कि यातायात के नियमों का कड़ाई और विधिवत पालन करने से शत-प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। उन्होंने अन्त्योदय योजना एवं कर्मियों पर उन्होंने अपनी बात रखी।

यातायात नियमों के प्रति करें जागरूक

मेरठ मंडल की आयुक्त सेल्वा कुमारी जे ने अभ्युदय योजना एवं कर्म योग पर जोर देते हुए इसे सड़क सुरक्षा से जोड़ा और कहा कि आम लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक बनाया जाना चाहिए। इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी समय-समय पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें। जागरूकता से ही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है।

चार चीजें बहुत जरूरी

गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि आम लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा कार्यक्रम भारत एवं उत्तर प्रदेश सरकार का बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। हम सभी को इस कार्यक्रम के उद्देश्य को समझना चाहिए और यातायात नियमों के प्रति खुद को जागरूक करते हुए शत्-प्रतिशत यातायात नियमों का पालन करना ही होगा। इसी से सड़क हादसों में कमी लाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि अगर सड़क दुर्घटना में कमी लानी है, तो चार चीजें बहुत ज्यादा जरूरी है। इनमें अभियांत्रिकी, एजुकेशन, एनफोर्समेंट और इमरजेंसी सर्विसेज शामिल हैं। हमें इनका पूरी तरह ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना कम करने की दिशा में हम सभी को मिलकर काम करना होगा। वाहन चलाते समय सभी को ध्यान रखना होगा कि वह किसी भी तरह का यातायात नियम नहीं तोड़े। यह नियम उनकी सलामती के लिए ही बनाए गए हैं। वहीं अगर सड़क खराब होगी तो भी दुर्घटना होगी। अगर सही साइन बोर्ड नहीं लगे होंगे तो उससे भी दुर्घटना होने के चांस बनते हैं, इसी को लेकर सभी विभागों को यह ध्यान रखना है कि सड़क में गड्ढे न हो उनकी समय पर मरम्मत हो और साइन बोर्ड बिल्कुल सही तरीके से सही जगह-जगह पर लगे होने चाहिए।

भगवद् गीता के श्लोकों का उदाहरण

संगोष्ठी में प्रमुख समाजसेवी राम कृष्ण गोस्वामी ने भगवत गीता अध्यायों के श्लोकों के उद्धरण देकर सड़क सुरक्षा को कर्मयोग से जोड़ा। डीसीपी ट्रैफिक पुलिस अनिल कुमार यादव, परिवहन विभाग एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों ने जिले के आंकड़े दुर्घटना दर, मृत्यु दर, काटे गए चालान, भविष्य की कार्य योजना तथा जागरूकता के लिए चलाए गए कार्यक्रमों से अवगत कराया और सड़क सुरक्षा एवं यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की।

मानकों पर खरा उतरें

उप परिवहन आयुक्त मेरठ परिक्षेत्र सुनीता वर्मा द्वारा स्वागत संबोधन में अतिथियों के स्वागत के साथ ही विषय की संवेदनशीलता एवं आवश्यकता बताते हुए सड़क सुरक्षा के सभी मानकों पर खरे उतरने के लिए विभागीय अधिकारियों तथा सभागार में उपस्थित प्रतिभागियों से अपील की गई।

जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र बहादुर सिंह ने सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जानकारी दी कि अभ्युदय योजना के माध्यम से गरीब छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग दी जा रही है। जो गरीब छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं वह अभ्युदय योजना के माध्यम से संचालित कोचिंग सेंटर में कोचिंग कर अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।

गार्ड आफ आनर से स्वागत

इससे पहले संगोष्ठी के मुख्य अतिथि एल. वैंकटेश्वर लू का गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया गया।। सड़क सुरक्षा थीम पर आधारित कला प्रदर्शनी एवं रंगोली भी बनाई गई थी। इसका अवलोकन करने के बाद प्रमुख सचिव परिवहन ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया।

सम्मानित भी किया गया

संगोष्ठी को रुचिकर प्रभावशाली एवं अविस्मरणीय बनाने के लिए नुक्कड़ नाटक, मूक अभिनय तथा नृत्य नाटिका के माध्यम से यातायात के नियमों के पालन का संदेश दिया गया। Fसके लिए कलाकारों को भरपूर सराहना मिली एवं उनको सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली शिक्षण संस्थाओं के प्रधानाध्यापक एवं नोडल अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया, जिसमें श्री जी संस्कार पब्लिक स्कूल नोएडा प्रधानाचार्य आशीश्वर कुमार उपाध्याय, नोएडा एजूकेशनल एकेडमी से मंजुला वाष्र्णेय तथा रोड सेफ्टी में अधिकतम योगदान करने वाली पूनम शर्मा को सम्मानित किया गया। परिवहन विभाग के दो चालकों धर्मेन्द्र राठी, पूरन सिंह तथा सड़क सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सिविल डिफेंस के लोगों तारा फाउंडेशन के चेयरमैन समरजीत चौधरी, चैलेंजर ग्रुप के संस्थापक प्रिन्स शर्मा एवं लगातार हेलमेट काटने का कार्य कर रहे हेलमेट मैन ऑफ इंडिया राघवेंद्र कुमार को गुड सेमेरिटन का प्रशस्ति पत्र व सम्मान प्रतीक देखकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर यातायात पुलिस के निरीक्षक जिनके द्वारा सड़क सुरक्षा में बेहतरीन योगदान दिया गया है यातायात निरीक्षक आशुतोष कुमार एवं यातायात उपनिरीक्षक राकेश कुमार को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अंत में सभी उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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