ग्रेटर नोएडा चारमूर्ति गौड़ चौक जल्द होगा जाम मुक्त, 82.48 करोड़ रूपये से 18 माह में तैयार होगा अंडरपास
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति गौड़ चौक पर बनने वाले अंडरपास का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मेसर्स जेएसपी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को चयनित किया है। चयनित कंपनी को 18 माह अंडरपास का निर्माण कार्य पूरा करना होगा। निर्माण कार्य पूरा होने के पांच तक साल किसी भी प्रकार की आने वाली कमी के लिए कंपनी जिम्मेदार होगी। प्राधिकरण की सरकारी सलाहकार एजेंसी राइट्स ने इसका डिजाइन तैयार किया है। राइट्स ने ही शहर के ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान तैयार करते हुए चार मूर्ति गौड़ चौक पर अंडरपास बनाने का सुझाव दिया है।
इन फर्मों ने दिया था टेंडर
चार मूर्ति चौक पर अंडरपास के लिए ग्रेनो अथॉरिटी ने फरवरी 2024 में दूसरी बार निविदा प्रकाशित की थी। इस दौरान पांच फर्म सामने आई थी। जिनमें जेकेएम इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, धर्मराज कॉन्ट्रैक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कृष्णा कॉन्स्टेलेशन प्राइवेट लिमिटेड, राज श्यामा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स जेएसपी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल है। अंडरपास बनाने के लिए कम बोली मेसर्स जेएसपी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने लगाई थी। जिससे कॉन्ट्रैक्ट इसे मिला है। पहली बार चार मूर्ति चौक पर अंडरपास बनाने के लिए दिसंबर 2023 में निविदा प्रकाशित की गई थी।
जमा से मिलेगी निजात
चार मूर्ति गौड़ सिटी चौक ग्रेटर नोएडा का सबसे ज्यादा बिजी गोलचक्कर है। गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा से नोएडा आने—जाने वालों की भारी भीड़ रहती है। आए दिन सुबह—शाम वाहन रेंग—रेंग कर चलते है। ग्रेनो वेस्ट में कई लाख लोग रहते है। इसके अलावा गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा से बड़ी संख्या में लोग नोएडा और दिल्ली डयूटी के लिए जाते है। ऐसे में यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम को रोकने के लिए कई सालों से चार मूर्ति चौक से डायवर्जन लागू किया हुआ है। गाजियाबाद की तरफ से सूरजपुर जाने वाले लोग भी गौड़ सिटी गोलचक्कर से होकर गुजरते है। अंडरपास बनने से लोगों को काफी सहूलियत होगी।
82.48 करोड़ रूपये से 18 महीने में तैयार होगा अंडरपास
अंडरपास बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 82.48 करोड़ रूपये का खर्च करेगी। निविदा प्रकाशन के समय ग्रेनो प्राधिकरण ने अंडरपास बनाने के काम के लिए 78.15 करोड़ रूपये तय किए थे। निविदा के माध्यम से मेसर्स जेएसपी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे कम 82.48 करोड़ रूपये की बोली लगाई। जेकेएम इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने 84.08 करोड़ रूपये और कृष्णा कॉन्स्टेलेशन प्राइवेट लिमिटेड ने 85.96 करोड़ रूपये की बोली लगाई थी। अंडरपास बनने से वाहन चालकों के समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।