crimeउत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडाब्रेकिंग न्यूज़

अपराधियों को संरक्षण देने वाले नेताओं को खटक रही है पुलिस कमिश्नर, माहौल बनाना पड़ा महंगा, लखनऊ में बैठे अधिकारी रख रहे है पैनी नज़र 

नोएडा : गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के कार्यकाल में जिले में अपराध का ग्राफ काफी कम हुआ है। लक्ष्मी सिंह ने रवि काना जैसे बड़े अपराधी को गिरफ्तार कर स्क्रैप के अवैध कारोबार पर भी लगाम कस दी है। अब ऐसे में रवि काना को संरक्षण देने वाले नेताओं को पुलिस कमिश्नर की तैनाती खटने लगी है। नेता पुलिस कमिशनर के खिलाफ भी माहौल बनाने में लग गए है।

पुलिस कमिश्नर ने अपराधी और अपराधियों को संरक्षण देने वाले नेताओं से नहीं किया समझौता 

गौतमबुद्धनगर की महिला पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के कार्यकाल से पहले रवि काना का अवैध स्क्रैप कारोबार जिले में खूब चला। पुलिस और प्रशासन ने कभी भी कोई कार्रवाई रवि काना के खिलाफ नहीं की। रवि काना के अवैध स्क्रैप कारोबार पर महिला पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर नकेल कसी गयी और करीब रवि और उसके गैंग की 300 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की गयी। रवि काना की गिरफ्तारी के बाद कई संरक्षण देने वाले नेताओं और पुलिस वालों के नाम सामने आये। पुलिस कमिशनर की तरफ से जब ये रिपोर्ट शासन को भेजी गयी तो जिले में पुलिस कमिश्नर को हटाने के लिए कवायद शुरू हो गयी। चुनाव की वजह से अभी से पुलिस कमिश्नर के खिलाफ माहौल बनाना शुरू कर दिया गया है ।

गौतमबुद्धनगर के इन लोगों ने माना पुलिस कमिश्नर का लोहा 

गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नर को हटाने के लिए जहां कुछ नेता माहौल बनाने में लगे हुए है। वही कुछ लोग पुलिस कमिश्नर के समर्थन में खड़े हो गए है। शुक्रवार को कई गांव के प्रधान और सम्मानित लोगों ने पुलिस कमिश्नर को सम्मानित भी किया। पारस टियरा सोसाइटी के अध्यक्ष रमेश गौतम ने भी पुलिस कमिश्नर के समर्थन में ट्वीट किया। रमेश गौतम का कहना है कि लक्ष्मी सिंह के कार्यकाल में कई बड़े गैंगस्टर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गयी। कई बड़े खुलासे पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में हुए है। उन्होंने कहा कि जो नेता पुलिस कमिश्नर के खिलाफ माहौल बनाने में लगे हुए है। जनता उन्हें समझ चुकी है। अपराधियों का सबसे ज्यादा खात्मा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में हुआ है।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

Tags

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

Related Articles

Back to top button
Close