जानिए क्यों आ रही हैं अड़चनें, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर परीक्षण उड़ाने को नहीं मिली अनुमति
ग्रेटर नोएडा (FBNew) : नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से ट्रायल रन के लिए अब तक अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं मिलने से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कॉमर्शियल विमानों की उड़ान शुरू होने में देरी की संभावना जताई जा रही है। अगर 15 दिसंबर से पूर्व रनवे पर ट्रायल नहीं हो पाता है, इसका असर अप्रैल 2025 में होने वाली उड़ान पर पड़ सकता है। ट्रायल रन 15 नवंबर से होना था, परंतु डीजीसीए से हरी झंडी नहीं मिलने वह लगातार टल रहा है।
15 दिसंबर तक जरूरी है ट्रायल
उल्लेखनीय है कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (यापल) को 25 नवंबर तक ट्रायल के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करना था, लेकिन अब तक डीजीसीए की ओर से प्रमाणपत्र जारी नहीं हो सका। ऐसे में ट्रायल रन फिलहाल टल गया है। हालांकि, ट्रायल को 15 दिसंबर से पहले पूरा करना अनिवार्य होगा। यदि 15 दिसंबर तक ट्रायल रन नहीं होता है। इसका असर आगे की प्रक्रिया पर भी पड़ सकता है। नायल की ओर से यापल से इस संबंध में पत्राचार भी किया जा रहा है।
कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित
एयरपोर्ट पर अब तक कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित हो चुके हैं, जो कोहरे में विमान की ऊंचाई और दृश्यता की जानकारी देते हैं। एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) को स्थापित किया जा चुका है, जिसकी एयरक्राफ्ट बीच किंग एयर 360 ईआर के जरिए 10 से 14 अक्तूबर तक जांच की जा चुकी है। रनवे पर विमानों को उतार कर ट्रायल करने की तैयारी है, जिसके लिए अनुमति का इंतजार है। नोएडा एयरपोर्ट पर अगले वर्ष अप्रैल तक व्यावसायिक विमानों की उड़ानें शुरू करने के लिए सभी प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य है, तभी तय समय पर उड़ान शुरू हो सकती हैं। इसके लिए सभी स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
पहले दिन 35 विमान भरेंगे उड़ान भरेंगे
नोएडा एयरपोर्ट से पहले दिन से 35 विमान उड़ान भरेंगे। इनमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय व दो कार्गो फ्लाइट होगी। मामले में नायल के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि अभी एनओसी नहीं मिल सकी है।