एटीएम कार्ड को क्लोन कर करते थे ठगी, चार गिरफ्तार, एक फरार
गिरफ्तार व्यक्ति की तलाश में जुटी पुलिस, फर्जी आधारकार्ड बनाकर खुलवाते थे बैंक में खाता, करते थे धोखाधड़ी
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर की कमिश्नरेट सेक्टर 58 थाने की पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो एटीएम कार्ड को बदलकर या उसको स्कैन कर लोगों के साथ धोखाधड़ी करते थे। उनके पास से कई सारी वस्तुएं बरामद हुई हैं।
पुलिस प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार थाना सेक्टर-58 नोएडा थाने की पुलिस ने एटीएम कार्ड को बदलकर या एटीएम कार्ड को स्कैन कर धोखाधडी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह चार बदमाशों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर 42 एटीएम कार्ड, 41 फर्जी आधार कार्ड, 13 मोबाइल फोन, दो आईडी कार्ड, नौ चेकबुक, चार पासबुक और एक स्कैनर मशीन बरामद किया है।
पुलिस प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार 18 जून को थाना सेक्टर-58 नोएडा की पुलिस ने एलआईसी बिल्डिंग सेक्टर-62, नोएडा से एटीएम बदलकर या एटीएम स्कैन कर धोखाधडी करने वाले गैंग का पर्दाफाश कर दिया। इस गिरोह चार बदमाशों जयप्रकाश उर्फ पंकज निवासी भरत सिंह का मकान, आरसी 273, इंदिरा विहार, खोड़ा कॉलोनी, जिला गाजियाबाद मूल निवासी ग्राम दरवा, थाना बस्ती, जिला बस्ती, अरमान निवासी अब्दुल मलिक का मकान, दीपक विहार, खोडा कॉलोनी, मदीना मस्जिद के पास बेकरी वाली गली, थाना खोड़ा, जिला गाजियाबाद स्थायी पता ग्राम पकरी, विशनपुर, थाना घुगली, जिला महाराजगंज, उत्तर प्रदेश, टीटोन दास उर्फ टीटू निवासी निठारी ब्लड बैंक वाली गली नंबर 3, सेक्टर-31, थाना सेक्टर-20, नोएडा मूल निवासी ग्राम गंगारामपुर, नियर फुटबॉल स्टेडियम, जिला मालदा, पश्चिम बंगाल और नीरज निवासी जे-47, ग्राम बिशनपुरा, थाना सेक्टर-58, नोएडा मूल निवासी ग्राम यम्केश्वर, जिला पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से और उनकी निशानदेही पर घटना से संबंधित 42 एटीएम कार्ड, 41 फर्जी आधार कार्ड, 13 मोबाइल फोन, दो आईडी कार्ड, नौ चैकबुक, चार पासबुक व एक स्कैनर मशीन बरामद हुए हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वे सभी एक गिरोह बनाकर कार्य करते हैं। जिन एटीएम में पैसे नहीं होते हैं, आरोपी वहां पर खडे हो जाते हैं तथा एटीएम से पैसे निकालने वाले व्यक्तियों का इंतजार करते हैं जब पैसे नहीं निकलते हैं तो आरोपी उनकी मदद करने के बहाने उनके एटीएम कार्ड को बदल लेते हैं तथा उनका पिन देख लेते हैं। उसके बाद नकली एटीएम बदल कर उस व्यक्ति को दे देते हैं तथा असली एटीएम कार्ड के माध्यम से दूसरे एटीएम पर जाकर पैसे निकाल लेते हैं। आरोपियों ने विभिन्न नाम और पतों के फर्जी आधार कार्ड बना रखे हैं जिनके माध्यम से फर्जी खाते खुलवाए जाते हैं तथा लोगों को अपने झांसे में लेकर उनके द्वारा खुलवाए गए फर्जी खातो में भोले-भाले लोगो को फोन कर धोखाधडी से पैसे ट्रांसफर कराए जाते हैं। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि आरोपी जय प्रकाश के नाम से सेक्टर-18, नोएडा की एक शाखा में खाता खुलवा रखा है, जिसमें अब तक लगभग 36 लाख रूपये धोखाधडी से ट्रांसफर करवाए गए हैं। जय प्रकाश द्वारा एक ही नाम के विभिन्न पतो के चार आधार कार्ड भी बनवा रखे हैं। आरोपियों से की गई पूछताछ में यह भी पता चला है कि इस गिरोह एक अन्य सदस्य हुसैन है। ये सभी हुसैन के साथ मिलकर धोखाधडी से प्राप्त की गई एटीएम को हुसैन को उपलब्ध कराते हैं, हुसैन इन एटीएम कार्डों का स्कैनर मशीन से क्लोन बनाता है, जिसमें जय प्रकाश उर्फ पंकज, अरमान, टीटोन दास उर्फ टीटू, नीरज पूरी तरह सहयोग करते हैं तथा जय प्रकाश से एक एटीएम क्लोनिंग इलेक्ट्रानिक्स डिवाईस बरामद हुआ है। सभी आरोपी ऑनलाइन डिलीवरी का काम भी करते थे। किसी व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन डिलीवरी मंगाने के बाद क्लोनर, स्कैनर मशीन साथ में लेकर जाते थे यदि कोई व्यक्ति अपनी एटीएम से पैसे देता था तो उसके एटीएम को स्कैन कर यह अपने फर्जीवाडे को अंजाम देते थे। इन सभी के खिलाफ थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।