Breaking News : प्रदर्शन के बाद प्राधिकरण की खुली नींद, सुपरटेक को नोटिस देकर 30 दिन में माँगी आईआईटी ऑडिट रिपोर्ट
ग्रेटर नोएडा : बिसरख के सुपरटेक ईको विलेज वन की एक बिल्डिंग में दरार के मामले में प्राधिकरण प्रदर्शन के बाद जाग गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सुपरटेक को नोटिस देकर 3 दिन के भीतर जवाब देने और 30 दिन में भवन के भीतर की आईआईटी ऑडिट रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप डुली ने बताया कि परियोजना विभाग और नियोजन विभाग ने सुपरटेक ईको विलेज वन की टावर संख्या F -7 और D -5 के सामने बने ड्राइव वे के नीचे के कॉलम और वीमा में कई स्थानों पर दरार निरीक्षण के दौरान पायी हैं।
बिल्डर को चेतावनी जारी की गयी है कि अगर किसी तरह की जन हानि होती है तो उसकी जिम्मेदारी सुपरटेक की होगी। नोटिस में सुपरटेक को निर्देश दिया गया है जल्द बिल्डिंग को ठीक कराया जाये और जब तक बिल्डिंग ठीक नहीं होती है तब तक ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे कोई भी दुर्घटना न हो। प्राधिकरण ने दरार आयी जगह की 30 दिन की भीतर आईआईटी ऑडिट रिपोर्ट सुपरटेक से तालाब की है। प्राधिकरण के आदेश के बाद बिल्डर सकते में है और बिल्डर ने स्ट्रक्चर ऑडिट कराने के लिए आईआईटी से संपर्क किया है।
रविवार के प्रदर्शन के बाद जागा प्राधिकरण
बिसरख के सुपरटेक ईको विलेज वन के निवासियों ने रविवार को बिल्डर के खिलाफ हल्ला को बोल दिया था। रेजिडेंट्स ने सोसाएटी में अधूरे कार्यों के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान “सुपरटेक चोर है ” जैसे नारों से पूरी सोसाएटी गूंज उठी थी।हनुमान मंदिर के पास गोलचकार पर बायर्स ने जाम भी लगा दिया था। प्रदर्शन के बाद प्राधिकरण हरकत में आया और बिल्डर को नोटिस थमाया है।
अन्य समस्याओं का भी जल्द समाधान हो : रंजना सूरी भारद्वाज
प्राधिकरण की इस कार्रवाई से नेफोवा की वरिष्ठ उपाध्यक्ष रंजना सूरी भारद्वाज संतुष्ट नहीं हैं। फ़ेडरल भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि सोसाएटी में इसके अलावा कई समस्याएं हैं, उनका निदान भी ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि जल्द इस सम्बन्ध में निदेशक नीतीश अरोरा से बातचीत की जाएगी और बायर्स बैठक भी करेंगे।