कार्यवाहीः पांच प्रतिष्ठानों के सात नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे
रक्षाबंधन के पर्व को देखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने की कार्रवाई
नोएडा। रक्षाबंधन के पर्व को ध्यान में रखते हुए लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिले, इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग हरकत में आ गया है। इस विभाग की टीम ने जिले में अभियान चलाकर पांच प्रतिष्ठानों के सात नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है।
लोगों को मिठाई, दूध व दूध से बने खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला गौतमबुद्ध नगर जिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने अभियान चलाकर विभिन्न प्रतिष्ठानों के खाद्य पदार्थ के नमूने लेकर उसकी जांच के लिए प्रयोगशाला को भेजे गए हैं।
39 हजार रुपये मूल्य के रसगुल्ले नष्ट कराए
इस अभियान के तहत पिछले दिनों गौतमबुद्ध नगर जिले के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अयअक्षय कुमार गोयल के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने बीकानेर स्वीट्स, मेन रोड, कासना, ग्रेटर नोएडा से खोया और छेना रसगुल्ला का एक-एक नमूना लिया। इसी के साथ ही अस्वच्छकर अवस्था में होने के कारण 150 किलोग्राम छेना रसगुल्ला को नष्ट करा दिया। इसका मूल्य करीब 39 हजार रुपये था।
यहां लिए खाद्य पदार्थों के नमूने
इसी प्रकार पारसनाथ इंटरप्राइज, साइट 4, यूपीएसआईडीसी, ग्रेटर नोएडा से रोस्टेड वर्मीसैली का एक नमूना, बीकानेर स्वीट्स एंड बेकर्स, अंसल प्लाजा, तुगलपुर से घेवर का एक नमूना, अग्रवाल स्वीट्स एंड बेकरी, नया बांस से छेना रसगुल्ला का एक नमूना तथा हरि ओम स्वीट्स, नया बास, नोएडा से एक बर्फी का नमूना लिया गया। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इस कार्यवाही के दौरान कुल 7 नमूने संग्रहित किए गए।
उन्होंने बताया कि खाद्य तेलों के विशेष निगरानी अभियान के अंतर्गत अपना बाजार, इंद्र बाजार सेक्टर 27 नोएडा से 1 सर्विलांस नमूना संग्रहित किया गया। इस कार्यवाही के दौरान टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरपी सिंह, राम नरेश, सैनिक सिंह, आशुतोष कुमार कुमार, विशाल गुप्ता तथा राकेश सरकारिया सम्मिलित रहे।
जारी रहेगा अभियान
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल ने कहा कि आगे भी जनपद में लोगों को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अभियान चलाकर मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने वाले प्रतिष्ठानों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी ताकि जनपद वासियों को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराया जा सके।