पौधारोपण कार्यक्रम में अधिक से अधिक पौधे रोपने की अपील
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित किया था कार्यक्रम
नोएडा। वन महानिदेशक, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के विशेष सचिव सीपी गोयल ने लोगों का आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक पौधारोपण कर पर्यावरण को संरक्षित करें। वह विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारंभ मौलश्री का पौधा रोपकर करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस वर्ष 2022 के लिए थीम केवल एक पृथ्वी है। वर्तमान परिवेष में अत्यंत महत्त्वपूर्ण आवश्यकता हो गई है। इस के लिए हम वनों को नवजीवन प्रदान कर अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण कर तथा वर्षा के जल को संरक्षित कर अपनी प्रतिदिन की दिनचर्या में जल के अपव्य को नियंत्रित कर परिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित और सुरक्षित कर सकते हैं।
इसी क्रम में आज प्रभागीय वनाधिकारी, गौतमबुद्धनगर वन प्रभाग प्रमोद कुमार के आह्वान पर न्यू हॉलेण्ड, फिएट लिमिटेड प्लाट संख्या-3 उद्योग केन्द्र-2, ईकोटेक तृतीय ग्रेटर नोएडा में सी०पी० गोयल एवं मित्तल उपाध्यक्ष, आदित्य घडियाल, जनरल मैनेजर, न्यू हॉलेण्ड, फिएट लिमिटेड की उपस्थिति में मियांवाकी पद्धति से पौधरोपण में मुख्य अतिथि ने मौलश्री का पौधा रोपकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर सीपी गोयल, वन महानिदेशक और विशेष सचिव (DGF&SS), महोदय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित जन सामान्य को विश्व पर्यावरण दिवस के महत्व एवं पर्यावरण संरक्षण की महत्ता तथा पर्यावरण संरक्षण से ही जल व जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है, पर विस्तृत विचार रखे।
प्रमोद कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी, गौतमबुद्धनगर द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित जन सामान्य को जापानी पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ० अकीरा मियांबाकी की वृक्षारोपण तकनीकी (मियांबाकी) के संबंध में जानकारी साझा की गई और बताया गया कि इस पद्धति में पौधो को एक दूसरे से बहुत कम दूरी पर लगाया जाता है, जिससे पौधे केवल ऊपर से सूर्य का प्रकाश प्राप्त करते हैं, जिससे पौधो में तेजी से वृद्धि होती है। इस पद्धति द्वारा तीव्रता से वृक्षारोपण कर हरियाली की जा सकती है। इसके अतिरिक्त प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा इस विषय पर प्रकाश डाला गया कि वर्तमान में कोविड-19 से ग्रस्ति व्यक्तियों को ऑक्सीजन की कमी हो रही है यह ऑक्सीजन जनमानस को वृक्षों से ही प्राप्त होती है क्योंकि वृक्ष वातावरण में से कार्बन ऑक्साईड आदि विषैली गैसो को अवशोषित कर ऑक्सीजन अवमुक्त कर वातावरण को शुद्ध बनाते है। अतः हमारे जीवन में वृक्ष अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने आस-पास वृक्ष अवश्य लगाये जाने चाहिए। वर्तमान में भूमि का भूगर्व जल स्तर निरन्तर गिरता जा रहा है तथा वर्षा का पानी व्यर्थ एवं नदियों का जल तटबन्धो को छोड़कर व्यर्थ बह जाता है। क्योंकि वृक्षो की जड़े मिट्टी के कटाव को नियन्त्रित करती है, जिससे भूमि एवं जल दोनों का ही संरक्षण होता है। इस अवसर पर वन विभाग तथा न्यू हॉलेण्ड, फिएट लिमिटेड कम्पनी के अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित रहे।