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जुझते रहे आग सेः डंपिंग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने में लगातार 6 दिनों तक जूझते रहे फायरकर्मी

सात दिन बाद बाद सेक्टर 32 के डंपिंग ग्राउंड लगी आग पर फायर कर्मचारियों ने पाया काबू, नहीं कोई जनहानि

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के थाना सेक्टर 24 क्षेत्र के सेक्टर 32 के डंपिंग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने में फायर ब्रिगेड के कर्मचारी लगातार सात दिनों तक जूझते रहे। दिन-रात लगातार उनके अथक प्रयासों के बांद अंततः आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। इस में खासबात यह है कि लगातार आग के बाद कोई किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
कब लगी थी आग

नोएडा थाना सेक्टर 24 क्षेत्र के सेक्टर 32 स्थित डंपिंग ग्राउंड में 18 मई को आग लग गई थी। यह डंपिंग ग्राउंड नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा यहीं पर महानगर के विभिन्न क्षेत्रों से कूड़े को एकत्र कर यहीं पर डंप किया जाता है।

लगातार दिन-रात जूझते रहे फायरकर्मी

डंपिंग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने में फायर ब्रिगेड के कर्मचारी लगातार 6 दिन-रात तीखी झुलसा देने वाली और चिलचिलाती धूप में अग्निशमन विभाग, पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जूझते रहे। वे एक तरफ आग बुझाते थे तो दूसरी तरफ दोबारा आग पकड़ लेती थी। डंपिंग ग्राउंड गड्ढों में कूड़ा भरा पड़ा था। इससे बुझाने में तो पुलिस और फायर कर्मियों के पसीने छूट जाते थे।

आग लगातार बदल रही थी अपना स्वरूप

यह आग डंपिंग ग्राउंड में घास, टहनियों, पत्तों एवं कूडे के ढेर से अटा पड़ा था। एक तो भीषण गर्मी, ऊपर से तेज हवा के चलने से सुलग कर लगातार आग अपना स्वरूप बदल लेती थी। डंपिंग ग्राउंड के बेसमेंट, गड्ढों तक आग की पंहुच हो गई थी। इसके कारण धुंआ उठ रहे धुएं से वातावरण भी प्रभावित हो रहा था। इस आग को बुझाने में गौतमबुद्ध नगर जिले 21 फायर टेंडर वाहनों ने लगभग 150 फायर टेंडर वाटर एवं जेसीबी मशीनों के जरिये लगभग 250 अग्निशमन और पुलिस कर्मियों के साथ जिले के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और जिले के सभी फायर स्टेशन प्रभारी और स्थानीय पुलिस दिन-रात लगातार लगी रही। इस दौरान अग्निशमन, पुलिस बल अधिकारी और कर्मचारियों ने भोजन भी घटनास्थल पर ही किया।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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