ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर : भीषण गर्मी में कॉलेज का काटा कनेक्शन, प्रबुद्ध लोगों ने बिजली विभाग की कार्रवाई का किया विरोध
ग्रेटर नोएडा : 12 लाख से अधिक का बिल बकाया होने पर वैदपुरा कॉलेज का विद्युत कनेक्शन काटने का मामला प्रकाश में आया है। शुक्रवार को बिजली नहीं होने से शिक्षण कार्य बाधित रहा। कॉलेज की कार्रवाई का जिले के प्रबुद्ध लोगों ने विरोध किया है।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने कहा, तुरंत बिजली बहाल हो
बिसरख के पूर्व ब्लॉक प्रमुख कर्मवीर नागर ने कहा कि गौतम बुद्ध नगर के वैदपुरा गांव स्थित श्री संत विनोबा भावे इंटर कॉलेज के छात्रों को भीषण गर्मी में बगैर पंखे व कूलर पढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है जिसकी वजह से आए दिन बच्चे भीषण गर्मी में चक्कर खाकर गिर रहे हैं और बीमार हो रहे हैं। श्री राजेश पायलट की जन्मस्थली वैदपुरा में स्थित यह वही स्कूल है जिसके प्रधानाचार्य पद को दादरी के वर्तमान विधायक भी सुशोभित कर चुके हैं। विद्युत आपूर्ति करने वाली कंपनी एनपीसीएल का इस कॉलेज पर लगभग 12 लाख 50 हजार रुपए का विद्युत बिल बकाया होने की वजह से विद्युत कनेक्शन काट दिया गया है। पिछले कई वर्षों से कॉलेज का विद्युत बिल भुगतान न किए जाने की वजह से इतनी बड़ी धनराशि का बिल बकाया है।
बिजली काटने की पीछे ये वजह तो नहीं
वैदपुरा स्थित इस कॉलेज में हाल ही में नए प्रधानाचार्य ने पदभार ग्रहण किया है तो ऐसे में विद्युत कनेक्शन कटने के पीछे कोई आपसी राजनीति या खींचतान तो नहीं। इस बात से भी कतई इनकार नहीं किया जा सकता कि कहीं ना कहीं इसके पीछे प्रधानाचार्य पद की नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चल रही आपसी खींचतान और गुटबाजी रही हो ताकि पदभार ग्रहण करने वाले नए प्रधानाचार्य को अभिभावकों एवं छात्रों का विरोध झेलने के लिए मजबूर होना पडे। क्योंकि पता चला है कि जिस वीरेंद्र सिंह नामक वरिष्ठतम अध्यापक के प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति न होने देने के लिए एक गुट विशेष द्वारा षड्यंत्र के तहत तमाम तरह की अडचनें पैदा की जा रही थी अब माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर उन्हीं वीरेंद्र सिंह ने वैदपुरा कॉलेज के प्रधानाचार्य पद का चार्ज संभाल लिया है। इसलिए नए प्रधानाचार्य के पदभार ग्रहण करते ही एनपीसीएल द्वारा विद्युत कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने पीछे कोई विशेष षड्यंत्र होने का संदेह पैदा होना स्वाभाविक नजर आता है ? जबकि वर्षों से कनेक्शन नहीं काटा गया था जोकि आमतौर पर एक माह का बकाया होने पर ही उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट देते हैं। जो कि जांच का गंभीर विषय है।