दहेज़ की लालच में बहू के साथ किया कुछ ऐसा,जिसे सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान
पीड़िता की दिसंबर 2020 में हुई थी शादी, ससुराल में थी हिंसा का शिकार
लखनऊ : दहेज़ प्रथा को लेकर कई घटनाएं हर रोज सुनने में आती हैं। पिता के द्वारा ससुराल की मांग को पूरा न कर पाने पर लड़की को ससुराल में कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। उन्हें हिंसा का मुँह देखना पड़ता है। कई बार तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाता है। एक ऐसा ही संगीन मामला राजधानी लखनऊ से आ रहा है। चौक के चौपटिया इलाके में बृहस्पतिवार सुबह प्रिया अवस्थी (30) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव फंदे से लटकता मिला। पुलिस जानकारी देते हुए बताया कि दिसम्बर 2020 में प्रिया की शादी हुई थी। उसका मायका जनपद सीतापुर का है। मायके की तरफ से आरोप है कि हत्या कर शव को फंदे से लटकाया गया है। पुलिस ने पति, सास, ससुर और पति के बहनोई नायब तहसीलदार के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
प्रभारी निरीक्षक चौक विश्वजीत सिंह के मुताबिक, सीतापुर के लहरपुर सांडा खुर्द निवासी जयनारायण अवस्थी की बेटी प्रिया का विवाह दिसंबर में चौपटिया के ऋषभ तिवारी से हुआ था। जयनारायण के मुुताबिक, बृहस्पतिवार सुबह प्रिया के ससुर मुरारी लाल तिवारी ने मोबाइल पर सूचना दी कि उनकी बेटी ने फांसी लगा ली है। जब वह चौपटिया पहुंचे तो शव घर पर ही था। बेटी के गले में कसाव के निशान थे। वहीं शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी मिले। प्रिया के पति ऋषभ व ससुरालीजनों ने मिलकर उसे पीटा और मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद आत्महत्या का रूप देने के लिए फंदे से लटका दिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि सूचना पर पुलिस पहुंची तो कमरे में फंदे पर शव लटक रहा था। पुलिस ने पति ऋषभ, सास विभा, ससुर मुरारी लाल और पति के बहनोई केशव शुक्ला के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
पीड़िता थी ससुराल की बंदिशों में
प्रिया के पिता जयनारायण का आरोप है कि शादी के बाद से प्रिया के पति और ससुरालीजन कार की मांग कर रहे थे। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उनकी यह मांग पूरी करने में असमर्थता जताई थी। इसके पहले उन्होंने कई बार रुपयों की मांग की तो बेटी की खुशी के लिए वह भी पूरी की। प्रिया के ससुर सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। शादी के बाद से ससुरालीजनों ने बेटी को मायके नहीं भेजा था। उसे फोन पर भी अकेले बात नहीं करने देते थे। वह जब फोन पर भी घर वालों से बात करती तो ससुरालीजन आसपास ही बैठे रहते थे। जय नारायण ने बताया कि गत जनवरी में बेटी के घर गया था। बेटी रो रही थी। पूछने की कोशिश की तो उसने कुछ बताया नहीं क्योंकि ससुरालीजन आसपास ही थे। बेटी बहुत परेशान थी।