नोएडा में महंगा हो सकता है प्रॉपर्टी खरीदना और बेचना, डीएम सर्किल रेट में होगी बढ़ोतरी
गौतमबुद्ध नगर (फेडरल भारत न्यूज) : नोएडा में सितंबर से प्रॉपर्टी खरीदना और महंगा होने वाला है। डीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में सर्वे रिपोर्ट सौंपी जाएगी, जिसे निंबधन कार्यालय की ओर से कराया गया है। इसके अंतर्गत जिला प्रशासन ने विभिन्न इलाकों में जमीनों के वर्तमान बाजार भाव का आकलन कराया था। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही डीएम सर्किल रेट का निर्धारण किया जाएगा।
अगले सप्ताह बैठक में होगा निर्णय
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 के बाद जिले में डीएम सर्किल रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्रस्तावित दरों को लेकर बायर्स, किसान, बिल्डर और उद्यमियों से आपत्ति मांगी जाएगी। इसके बाद ही डीएम सर्किल रेट बढ़ाने पर विचार होगा। संभव है कि अगले माह से डीएम सर्किल रेट की दरें लागू होजाएं। एडीएम वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार के अनुसार, डीएम सर्किल रेट संबंधी फाइल भेजी गई है। अगले सप्ताह होने वाली बैठक में इस पर विचार किया जाएगा।
समझिए क्या डीएम सर्किल रेट
दरअसल, डीएम सर्किल रेट वह न्यूनतम मूल्य है, जिस पर किसी भी संपत्ति का पंजीकरण किया जाता है। संपत्तियों के बाजार मूल्य को दर्शाने के लिए इसमें समय-समय पर बढ़ोतरी की जाती है। यदि डीएम सर्किल रेट में बढ़ोतरी होती है तो संपत्ति खरीदने और बेचने वालों के साथ-साथ रियल एस्टेट, डेवलपर्स पर भी इसका असर होता है। क्योंकि इसके बढ़ने से स्टांप ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क में भी वृद्धि हो जाती है। सर्किल रेट बढ़ने से संपत्ति खरीदने की लागत बढ़ जाती है। क्योंकि स्टांप ड्यटी के रूप में अधिक धनराशि व्यय करनी होती है।