मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने रखी गर्भगृह की पहली ईंट
आखिर कहां पर किस मंदिर के गर्भगृह का किया शिलान्यास, कौन-कौन लोग थे कार्यक्रम में शामिल
बृहस्पतिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के परिसर में प्रवेश किया और सबसे पहले रामलला की आरती उतारी। इसके बाद सीएम योगी निर्माणाधीन गर्भगृह स्थल पर वैदिक आचार्यों द्वारा किए जा रहे अनुष्ठान में शामिल हुए। सीएम योगी ने श्रीराम लला के भव्य घर के निर्माण में लगने वाली पहली नक्काशीदार शिला को विधिवत वैदिक मंत्रोच्चारण के बाद स्थापित किया।
बता दें इससे पहले पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। योगी आदित्यनाथ द्वारा राम मंदिर का पहला पिलर स्थापित करते ही वहां पर बैठे लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिए। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे संतों-महंतों ने कहा कि यह दिन देखने के लिए कितनी पीढ़ियां कुर्बान हो गई हैं। आज हम लोगों का सौभाग्य है कि इस पल को अपनी आंखों से देख पा रहे हैं। हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी रमेश दास कहते हैं कि जिस तरह से भगवान राम अयोध्या छोड़ कर 14 वर्ष के लिए वनवास चले गए थे और अयोध्यावासी उदास थे उनके लौटने के बाद जिस तरह की खुशी अयोध्या वासियों में दिखी थी, कुछ इस तरह की खुशी आज लोगों में दिख रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर निर्माण कार्य में लगे इंजीनियरों को सम्मानित भी किया।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और संतों-महंतों समेत कुल 200 लोग मौजूद थे।शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभारंभ किया। हमें गर्भगृहके शिला पूजन का सौभाग्य मिला। जल्द ही भव्य राम मंदिर बनकर तैयार होगा। अब राम मंदिर का निर्माण तेजी से होगा। गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियां इस काम में लगी थीं। अयोध्या में 500 साल की तड़पन जल्द दूर होगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर भारत का राष्ट्रीय मंदिर होगा। लोग इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। राम मंदिर भारत की एकता का प्रतीक होगा।