उत्तर प्रदेशलखनऊ

विकासः 146 करोड़ रुपये से उत्तर प्रदेश में मेगा परियोजनाओं को मिलेगी रफ्तार

राज्य सरकार ने शुरू की मेगा परियोजनाओं को दी जाने वाली रियायतों की पहली किस्त की प्रतिपूर्ति, 8 मेगा परियोजनाओं के रियायतों की प्रतिपूर्ति को शासन से मिली मंजूरी

लखनऊ उत्तर प्रदेश में निवेश की नई बयार को गति देने के लिए प्रयासरत राज्य सरकार अब मेगा परियोजनाओं की स्थापना और संचालन की दिशा में अहम पहल करने जा रही है। प्रदेश में 10 से 12 फरवरी के बीच हुई ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023 के दौरान जिन मेगा परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की दिशा तय हुई थी, अब उन्हें रफ्तार देने के लिए प्रोत्साहन, विशेष सुविधाएं और रियायत देने की दिशा में सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं। इसी क्रम में प्रदेश में मेगा परियोजनाओं की स्थापना और संचालन के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश नीति के तहत 8 मेगा परियोजनाओं को रियायतों की पहली किस्त की प्रतिपूर्ति के लिए 146 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि आवंटन का मार्ग साफ हो गया है। जिन मेगा परियोजनाओं को प्रोत्साहन प्रतिपूर्ति की पहली किस्त जारी की गई है उनमें जेपी सीमेंट अलीगढ़, आरसीसीपीएल प्राइवेट लि. रायबरेली और गैलेंट इस्पात लिमिटेड गोरखपुर मुख्य रूप से शामिल हैं।

पात्रता के आधार पर प्रोत्साहन प्रतिपूर्ति शुरू

हाल ही में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) मनोज कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया जिसके फलस्वरूप इन औद्योगिक उपक्रमों को इनकी पात्रता के अनुसार प्रोत्साहन प्रतिपूर्ति की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है। जेके सीमेन्ट वर्क्स अलीगढ़ (जेके सीमेन्ट लिमिटेड की एक इकाई) को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कुल 21.85 करोड़ रुपये और 2021-2022 के लिए 12.52 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन प्रतिपूर्ति की जाएगी। इसी प्रकार मेसर्स पसवारा पेपर्स लि. मेरठ को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 12.65 करोड़ की प्रतिपूर्ति होगी। इसमें से 11.02 करोड़ रुपये की एसजीएसटी प्रतिपूर्ति और पूंजीगत ब्याज उपादान प्रतिपूर्ति के तौर पर 1.63 करोड़ रुपये मिलेंगे। हरदोई के सण्डीला स्थित वरुण बेवरेजेस लिमिटेड को वर्ष 2021-22 के लिए 8.52 करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि प्रतिपूर्ति होगी। वहीं, गैलेन्ट इस्पात लिमिटेड गोरखपुर को दो केटेगरी में कुल 15.96 करोड़ रुपये (6.88 और 9.08 करोड़ रुपये) की पहली प्रतिपूर्ति राशि आवंटित होगी। इनके अलावा, स्पर्श इंडस्ट्रीज प्रा. लि. कानपुर देहात को 3.66 करोड़ रुपये, आरसीसीपीएल प्रा. लि. रायबरेली को 46.55 करोड़ रुपये और श्री सीमेंट प्रा. लि. बुलन्दशहर को तीन केटेगरीज के तहत कुल 24.28 करोड़ रुपये की पहली प्रोत्साहन राशि प्रतिपूर्ति की जाएगी।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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