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डॉग शेल्टर होमः नोएडा विकास प्राधिकरण की सीईओ ने किया पहले डॉग शेल्टर का उद्घाटन

खूंखार, बीमार व आवारा कुत्ते रखे जाएंगे, भोजन, पानी के साथ ही इलाज की भी व्यवस्था, आरडब्ल्यूए करेगी देखरेख

नोएडा। नोएडा विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ऋतु माहेश्वरी ने यहां नोएडा के सेक्टर 50 में डॉग शेल्टर का उद्घाटन किया। इस डॉग शेल्टर में शहर के आवारा कुत्ते रखे जाएंगे। इनकी देखरेख, इलाज और भोजन-पानी की यहीं व्यवस्था होगी।

 

 

क्यों बना डॉग शेल्टर

नोएडा शहर में आवारा कुत्तों की बाढ़ सी आ गई थी। यही नहीं वे इतने अधिक आक्रामक हो गए हैं कि वे किसी पर भी किसी भी समय हमला कर देते हैं। आवारा कुत्तों के काटन  के शिकार कई लोग हो चुके हैं। इनके विभिन्न आवासीय सोसायटियों में पालतू कुत्ते भी आक्रामक और हमलावर हो गए। उनके व्यवहार में अभूतपूर्व बदलावा आया। परिणाम यह हुआ कि उनका अचानक किसी भी व्यक्ति पर हमला कर देना आम बात हो गई। इसके शिकार अनेक लोग हुए। इनमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं, युवक सहित अन्य लोग शामिल हैं। आवासीय कालोनियों, सोसायटियों में पालतू कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण ने डॉग पालिसी बनाई और उसे लागू भी कर दिया है। इसके तहत पालतू कुत्तों पर नियंत्रण की जिम्मेदारी उसके पालक की होगी। किसी को पालतू कुत्ता काट लेता है तो उसके पालक पर दस हजार रुपये जुर्माने का प्राविधान किया गया। इसी तरह के अन्य नियम भी बनवाए गए। इसके पालन से काफी हद तक आवासीय सोसायटियों में कुत्तों क हमलों पर अंकुश लगा है। लेकिन स्ट्रीट डॉग और आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाने ये डॉग पालिसी लागू नहीं होती। आवारा कुत्तों से निपटने के लिए सेक्टर 50 में डॉग शेल्टर बनाया गया। इसका उद्घाटन आज शुक्रवार को नोएडा विकास प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने किया।

खूंखार व आवारा कुत्ते रखे जाएंगे

डॉग शेल्टर में खूंखार, बीमार व आवारा कुत्तों के रखने के साथ ही उन्हें भोजन-पानी की व्यवस्था तो होगी ही, बीमार पड़ने पर उनका इलाज होगा। इसके बकायदा पशु चिकित्सक होगा। नोएडा अथॉरिटी के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) इंदु प्रकाश ने बताते हैं कि सेक्टर की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) डॉग शेल्टर का रखरखाव करेगी। इसका खर्च आरडब्ल्यूए ही वहन करेगी। सेक्टर-50 में पहला डॉग शेल्टर बनकर तैयार हुआ है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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