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मेट्रो की एक्वा लाइन पर तकनीकी खराबी से स्टेशन पर खड़ी रही ट्रेनें, सैकड़ों यात्री हुए परेशान

नोएडा (FBNews): नोएडा-ग्रेटर नोएडा की लाइफलाइन माने जाने वाली मेट्रो ट्रेनें आए दिन तकनीकी खराबी की वजह से यात्रियों के लिए सिरदर्द साबित हो रही हैं। बुधवार की सुबह भी सैकड़ों यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ीं। मेट्रो की एक्वा लाइन के डिपो स्टेशन से सेक्टर 51 की ओर जाने वाले रूट पर सुबह तकनीकी कारणों से ट्रेनों को परिचालन बाधित रहा। इस रूट पर नोएडा से ग्रेटर नोएडा की ओर प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग गंतव्य की ओर आते जाते हैं। वर्किंग डे में मेट्रो में अपेक्षाकृत भीड़ भी अधिक होती है।
सेक्टर 144 स्टेशन पर खड़ीं रही ट्रेन
जानकारी के अनुसार, डिपो से सेक्टर 51 की ओर आने वाली ट्रेन को सेक्टर 144 स्टेशन पर करीब दस मिनट तक रोका गया। इसके बाद करीब 10.24 बजे ट्रेन को अगले स्टेशन सेक्टर 143 और गंतव्य स्टेशन सेक्टर 51 की ओर रवाना किया गया। जिसके कारण मेट्रो में सवार यात्रियों को अपने कार्यालय पहुंचने में भी विलंब हुआ। इस संबंध में और जानकारी के लिए मेट्रो प्रवक्ता से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सके।
ग्रेटर नोएडा जाने का सबसे सुलभ साधन है मेट्रो
उल्लेखनीय है कि नोएडा सेक्टर 51 उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन के उत्तर-दक्षिण गलियारे पर ऊंचा उत्तरी टर्मिनल मेट्रो स्टेशन है। इसे 25 जनवरी 2019 को जनता के लिए खोला गया था। यह स्टेशन दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर नोएडा सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन से 300 मीटर लंबे पैदल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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