YEIDA की बड़ी पहल : किसानों को मिलेगा उद्योग लगाने का मौका, 18 जून को बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पर फैसला

नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) अब किसानों को अपनी अधिसूचित जमीन पर उद्योग लगाने की अनुमति देने की तैयारी कर रहा है। यह कदम खासकर फेज-2 क्षेत्र के किसानों के लिए लाभकारी होगा, जहां वर्षों से विकास ठप पड़ा है।
18 जून को बोर्ड बैठक में प्रस्ताव होगा पेश
YEIDA की आगामी 18 जून को होने वाली बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। यदि मंजूरी मिल जाती है, तो किसान खेती के साथ-साथ उद्योग, पेट्रोल पंप आदि लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे।
मास्टर प्लान के बाहर ही मिलेगा अनुमति का लाभ
प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि केवल मास्टर प्लान क्षेत्र के बाहर और नियोजित शहर के 5 किमी बफर जोन से बाहर की अधिसूचित जमीनों पर ही उद्योग लगाने की अनुमति दी जाएगी। बफर जोन को भविष्य के शहर विस्तार के लिए आरक्षित किया जाएगा।
छह जिलों में फैला है यीडा का अधिसूचित क्षेत्र
YEIDA के अधिसूचित क्षेत्र में कुल छह जिले शामिल हैं। गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर पहले फेज में आते हैं, जबकि फेज-2 में शामिल जिले हैं:
अलीगढ़: 92 गांव
हाथरस: 358 गांव
मथुरा: 415 गांव
आगरा: 58 गांव
अब तक नहीं मिला था उद्योग लगाने का अधिकार
फेज-2 क्षेत्र में अधिसूचित किसानों को अब तक केवल खेती और भूमि खरीद-फरोख्त की अनुमति थी। उद्योग लगाने की मांग वर्षों से चल रही थी। अब प्राधिकरण इस दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।
CEO अरुणवीर सिंह ने दी जानकारी
YEIDA के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि बोर्ड बैठक के बाद यह तय होगा कि किसानों को किस प्रकार की व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) मिल सकेगा। इस निर्णय से किसानों की आमदनी बढ़ेगी और क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
किसानों को मिलेगा आत्मनिर्भर बनने का मौका
अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो किसान अब केवल कृषि तक सीमित नहीं रहेंगे। वे कृषि से जुड़े उद्योग, स्टोरेज, प्रोसेसिंग यूनिट, और अन्य व्यवसाय स्थापित कर सकेंगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बड़ा बल मिलेगा।