उम्मीदों की उड़ान : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बनेगा अंतरराज्यीय बस टर्मिनेट, 25 एकड़ भूमि का प्रस्ताव शासन को भेजा
नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : जेवर में लगभग अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोजगार के साथ-साथ परिवहन, होटल बिजनेस, ट्रांसपोर्ट के लिए भी संभावनाओं के नए द्वार खोलेगा। विमान से आने वाले यात्रियों को बेहतर और आरामदायक सेवा उपलब्ध कराने के लिए उप्र सड़क राज्य परिवहन निगम भी तैयारियों में जुटा है। निगम ने एयरपोर्ट के पास रोडवेज बस अड्डा स्थापित करने के लिए शासन को 20 से 25 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भेजा है।
शासन को भेजा गया है जमीन के लिए प्रस्ताव
अप्रैल 2025 में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के शुरू होने से पहले परिवहन निगम बसों के संचालन के लिए भूमि की मांग की है। इस संबंध में निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि इसी वर्ष यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी में संबंधित विभागों के शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई थी। इसमें परिवहन निगम के एमडी और क्षेत्रीय रोडवेज प्रबंधक ने भागीदारी की और रोडवेड बसों के संचालन के लिए 20-25 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
रोडवेज वर्कशॉप व सीएनजी स्टेशन बनेंगे
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया कि इस भूमि पर रोडवेज कार्यशाला(वर्कशॉप) सीएनजी पंप की स्थापना, इलेक्ट्रानिक चार्जिंग स्टेशन तथा बसों के लिए प्लेटफार्म बनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस बस अड्डे से दिल्ली, हरियाणा सहित उप्र के विभिन्न जिलों के लिए बस सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि इससे गंतव्यों की ओर जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी।
भूमि अधिग्रहण नीति में भी बदलाव
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अनुसार, नोएडा एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र को और विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भूमि अधिग्रहण नीति में भी बदलाव किया है। ढांचागत सुविधाओं के लिए होटल, रेस्टोरेंट और ट्रैफिक के वास्ते भूमि अधिग्रहण की सीमा 5 फीसद से बढ़ाकर 20 फीसदी तक की गई है। इस नीति से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरे उतरने वाले होटल समूहों के और अधिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी।