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खुशीः एएचटीयू की टीम ने मानसिक रूप से कमजोर महिलाओं को परिजनों से मिलवाया

अपना घर में रह रही थीं दोनों महिलाएं, दोनों की काउंसलिंग के बाद की गई कार्यवाही

नोएडा। थाना एएचटीयू की टीम ने अपना घर आश्रम में रह रही मानसिक रूप से कमजोर दो महिलाओं को उनके परिजनों से मिलवाया। इस मौके पर परिजनों के चेहरे खुशी से खिल गए।

थाना एएचटीयू टीम ने 23 नवंबर और 9 दिसंबर को शेल्टर होम अपना घर आश्रम सेक्टर 34 नोएडा में काउन्सलिंग के दौरान एक महिला (उम्र करीब 50 वर्ष) जिसे 9 नवंबर को शेल्टर होम दयाल अपना घर जिला मेरठ से अपना घर आश्रम सेक्टर 34 नोएडा लाया गया था, ने बताया कि मैं गांव हरचना जिला बुलन्दशहर की निवासी हूं। मुझे मेरे घर पंहुचा दो। महिला ने अपने भाई का नाम बब्बन उर्फ राजवीर बताया। एएचटीयू टीम ने गूगल ऐप से गांव हरचना, बुलन्दशहर को सर्च किया गया। यह थाना गुलावटी के अंतर्गत आता है। इस पर टीम ने तत्काल संबंधित थाने से संपर्क कर उस महिला के संबंध में बताया और उसके भाई से बात की। महिला के भाई ने बताया कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इस कारण वह बिना बताए घर से कहीं चली गई थी। एएचटीयू टीम ने आज मंगलवार को को उसके भाई राजवीर उर्फ बब्बन ग्राम व पोस्ट हरचना थाना गुलावठी जिला बुलन्दशहर के सुपुर्द कर दिया।

दूसरी महिला को भी सौंपा

अपना घर आश्रम में रह रही दूसरी महिला उम्र (करीब 28 वर्ष)  को 17 अक्टूबर  को अपना घर आश्रम में थाना बिसरख गौतमबुद्धनगर पुलिस लाई थी। इस महिला की भी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। कुछ हालत में सुधार होने पर महिला ने बताया कि वह गाँव सलेमपुर थाना मुफतशील जिला गया बिहार की रहने वाली है। उसने अपने पिता का नाम बताया। एएचटीयू टीम ने बताए गए थाने की पुलिस के सहयोग से महिला के पिता से बात की और उसके बारे में बताया तो महिला के पिता ने बताया कि वह मानसिक रूप से ठीक नहीं थी जो दो महीने पहले बिना बताए घर से कहीं चली गई थी। हम लोगों ने काफी ढूंढ़ा लेकिन वह हमें कहीं नहीं मिली। अपना घर आश्रम स्टाफ के सहयोग से पुलिस ने आज मंगलवार को महिला को उसके पिता सुपुर्द कर दिया। महिला के पिता ने पुलिस का आभार व्यक्त किया है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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