किसान आंदोलनः अफवाहों पर ध्यान न दें, जेल में बंद किसानों के बिना शर्त रिहाई के बगैर कोई समझौता नहीं होगा
महापड़ाव डाले किसानों ने कहा, अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण किसानों का महापड़ाव 60वें दिन भी जारी
ग्रेटर नोएडा। अपनी मांगों और समस्याओं के निराकरण के लिए पिछले 60 दिनों से ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर महापड़ाव डाले अन्य किसानों और अन्य लोगों से कहा है कि वे अफवाह पर ध्यान नहीं दे। जेल में बंद किसान नेताओं की बिना शर्त रिहाई के किसी से भी कोई समझौता नहीं होगा। किसानों का महापड़ाव जारी रहेगा। आंदोलनकारी किसानों ने जिलाधिकारी की पहल को सकारात्मक करार दिया है।
महापंचायत की तैयारियों में जुटे किसान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का महापड़ाव आज शुक्रवार को 60वें दिन (दो महीने) में प्रवेश कर गया। किसानों ने सरकार से दो टूक कह दिया है कि जब तक उनके साथी किसानों को जेल से रिहा नहीं किया जाता तब तक कोई बातचीत और समझौता किसी से नहीं होगा। इस बीच किसानों ने 27 जून को प्राधिकरण पर होने वाली किसानों की महापंचायत की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। किसान गांवो में महापंचायत का प्रचार करने के साथ ही किसानों से संपर्क कर रहे हैं। किसानों ने दावा किया है कि महापंचायत में हजारों किसान भाग लेंगे।
जिलाधिकारी की पहल सकारात्मक
किसानों सभा के प्रतिनिधिमण्डल से जिलाधिकारी की मुलाकात के बाद उनके द्वारा लंबित दो महत्वपूर्ण मुद्दों सर्कल रेट और रोजगार के मुद्दों पर जिलाधिकारी द्वारा कमेटी गठित करने के फैसले का धरने (महापड़ाव) में शामिल किसानों ने सकारात्मक पहल करार देकर इसका स्वागत किया है।
विभिन्न संगठनों ने दिया समर्थन
आज शुक्रवार को महापड़ाव डाले किसान (धरने) आंदोलनकारी को समर्थन देने के लिए विभिन्न संगठनों के पहुंचे। इन संगठनों के नेताओं ने किसान आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि वे उनके मुद्दों पर मजबूती के साथ में साथ खड़े हैं।
कई लोगों ने किसानों को किया संबोधित
आज के धरने (महापड़ाव) की अध्यक्षता धर्मपाल नंबरदार ने की। धरने के दौरान हुई सभा का संचालन सतीश यादव ने किया। धरने को किसान सभा गौतमबुद्ध नगर के महासचिव हरिंदर खारी, अध्यक्ष नरेंद्र भाटी, कमेटी के सदस्य जगबीर नंबरदार, राजबीर मास्टर, संदीप थपखेड़ा, किसान सभा केंद्रीय नेता पुष्पेंद्र त्यागी, मनोज कुमार एसएफआई (स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया) दिल्ली के सचिव मयंक आदि ने संबोधित किया। इनके अलावा नरेंद्र प्रधान, अजय पाल भाटी, टीकम नागर, वीर दल के विजय कसाना, किसान बेरोजगार सभा के सुबेराम भाटी, सुशील प्रधान, अजब सिंह नेताजी और प्रकाश प्रधान आदि ने भी धरने को संबोधित किया।