Mahakumbh 2025 : विदेशी संतों के दिल में बसी दिव्य और भव्य महाकुंभ की छवि, एयर कनेक्टिविटी की हुई तारीफ
Prayagraj News : महाकुम्भ 2025 की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं और इस बार विदेशी संतों के दिल में दिव्य, भव्य, स्वच्छ और नव्य महाकुंभ का अद्वितीय रूप समा गया है। जापान, स्पेन, नेपाल और अन्य देशों से आए साधु संत इस महापर्व की व्यवस्थित और भव्य व्यवस्था से मंत्रमुग्ध हैं।
विदेशों से आए संतों ने की तारीफ
यूपी की योगी सरकार द्वारा महाकुंभ के आयोजन में किए गए नए बदलावों और उच्चतम स्तर पर किए गए प्रबंधों की तारीफ विदेशों से आए संतों ने की। महाकुंभ नगर में साधुओं की आमद लगातार बढ़ रही है, जिसमें विदेशी साधु भी शामिल हैं। खासकर जूना अखाड़े की छावनी प्रवेश यात्रा में विदेशी संतों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि महाकुंभ के आयोजन का दिव्य रूप और स्वच्छता को लेकर किए गए प्रबंधों को संतों ने सराहा है।
स्वच्छता और डिजिटलाइजेशन पर जोर
योगी सरकार ने इस बार महाकुंभ के आयोजन को पूरी तरह से स्वच्छ और डिजिटल बनाने पर जोर दिया है। स्पेन से आई जूना अखाड़े की अवधूत अंजना गिरी (पूर्व नाम एंजिला) ने बताया कि वह पिछले 30 वर्षों से महाकुंभ में अपने गुरु के साथ आ रही हैं, लेकिन इस बार की सफाई व्यवस्था और डिजिटल सुविधा ने उनकी यात्रा को और भी सहज बना दिया है। उन्होंने कहा, “अब कुम्भ क्षेत्र में हर जगह स्वच्छता नजर आती है और जानकारी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, जिससे विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह बेहद सुविधाजनक हो गया है।”
योगी सरकार के संस्कारों से प्रभावित विदेशी संत
नेपाल से आई महिला संत हेमा नंद गिरी ने कहा, “यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि महाकुंभ का आयोजन उसी प्रदेश में हो रहा है, जहां के मुख्यमंत्री खुद एक संत हैं। योगी जी द्वारा इस महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के प्रयासों से हम महसूस कर रहे हैं कि सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार अब पूरी दुनिया में हो रहा है, विशेषकर नेपाल में।”
महाकुंभ की दिव्यता पर विदेशी संतों की आस्था
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर सोम गिरी उर्फ पायलट बाबा की जापानी शिष्या योग माता और अन्य जापानी साध्वी भी इस यात्रा में शामिल हुईं। उनका मानना है कि महाकुंभ के आयोजन की व्यवस्था पूरी तरह से दिव्य और भव्य है। “यह यात्रा हमें आगामी महाकुंभ के आयोजन की झलक देती है। एयर कनेक्टिविटी से लेकर ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था शानदार है, जिससे विदेशी श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होगी।” महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए जिस प्रकार की व्यवस्था की जा रही है, उससे यह तय है कि इस बार का महाकुंभ न केवल भारत, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।