महापड़ावः ग्रेनो विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से किसान प्रतिनिधियों की नहीं बनी बात
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय पर किसानों का महापड़ाव, बड़े आंदोलन की किसानों ने दी चेतावनी
ग्रेटर नोएडा। अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय कल मंगलवार को आयोजित किसान महापंचायत के दौरान प्राधिकरण और किसान प्रतिनिधियों के बीच कई घंटे तक चली बैठक बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई। इससे किसान आज बुधवार को भी अपना महापड़ाव जारी रखे हुए हैं।
25 अप्रैल से डाले हुए हैं महापड़ाव
किसान सभा के आह्वान पर विभिन्न गांवों के किसान अपनी मांगों को पूरा कराने और समस्यायों के समाधान के लिए 25 अप्रैल से ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने महापड़ाव डाले हुए थे। मंगलवार को उन्होंने महापंचायत का आह्वान किया था। इस महापंचायत में ग्रेटर नोएडा के 39 गांवों के किसान और भारी संख्या में महिलाएं शामिल हुई थीं। ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों ने किसान प्रतिनिधियों के साथ कल मंगलवार को ही कई घंटे तक बैठक की लेकिन बैठक बेनतीजा ही समाप्त हो गई। किसानों की मांगे नहीं मानी गई। इससे महापड़ाव को जारी रखने का निर्णय लिया गया। महापड़ाव आज बुधवार को नौवें दिन में प्रवेश कर गया।
सीटू, अन्य संगठनों ने दिया था समर्थन
किसानों के आंदोलन को सीटू और इससे जुड़े संगठनों सहित विभिन्न वामपंथी संगठनों से जुड़े लोगों ने समर्थन दिया दिया हुआ है। सीटू के गौतमबुद्ध नगर जिला अध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, सचिव रामस्वारथ सहित कई सीटू कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
महापड़ाव स्थल (धरना) पर अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कृष्णा प्रसाद व केंद्रीय कमेटी सदस्य पुष्पेंद्र त्यागी सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे। किसान नेता डॉ. रुपेश वर्मा, वीर सिंह नेताजी, जगबीर नंबरदार, विकास आदि नेताओं ने कहा कि समस्याओं का समाधान होने तक महापड़ाव (धरना) जारी रहेगा। आने वाले दिनों में संघर्ष को और बड़ा रूप दिया जाएगा।