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आंदोलनः किसानों, मजदूरों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर अपनी मांगों के समर्थन मे जुलूस निकाला

हजारों की संख्या में शामिल रहे लोग, काफी तादाद में महिलाएं भी शामिल, जुलूस के पहले किसान नेता को पुलिस ने किया घर में नजरबंद, भारी दवाब से एक घंटे बाद छोड़ दिया

ग्रेटर नोएडा। अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर किसानों ने अपनी मांगों और समस्याओं के निराकरण की मांगों के समर्थन में आज सोमवार को अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर जुलूस निकाला। जुलूस में काफी संख्या में महिलाएं और मजदूर भी शामिल थे। किसानों के आंदोलन को सीटू समेत कई श्रमिक संगठन समर्थन दे रहे हैं। इसी के तहत इन संगठनों से जुड़े लोग भी काफी संख्या में शामिल थे। जुलूस में इतने अधिक लोग शामिल थे कि उनकी लाइन करीब दो किलोमीटर लंबी हो गई थी। उधर,ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय पर किसानों का महापड़ाव 14वें दिन भी जारी रहा। 25 अप्रैल से किसान महापड़ाव डाले हुए हैं।

 

 

 

किसान नेता घर में नजरबंद, बाद में छोड़े गए

अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर किसानों, मजदूरों और महिलाओं का यह जुलूस निकलना पहले से निर्धारित था। जुलूस में काफी तादाद में किसानों, मजदूरों और श्रमिकों को शामिल करने के लिए उनकी कई दिनों से तैयारी चल रही थी। इसके तहत गांवों में लोगों से संपर्क किया जा रहा था। यहां तक कि कई गांवों किसानों, मजदूरों और महिलाओं को मिलाकर कमेटियों का गठन भी कर दिया गया है। उनकी तैयारियों को देखते हुए जुलूस में काफी भीड़ होने की पहले से ही संभावना थी। इससे ध्यान में रखते हुए किसान नेता डा.रूपेश वर्मा को उनके घर में ही सुबह करीब साढ़े आठ बजे नजरबंद कर दिया गया था। बाद में भारी दबाव के कारण उन्हें एक घंटे बाद साढ़े नौ बजे छोड़ दिया गया।

जुलूस में सबसे आगे थीं महिलाएं

किसान सभा के पूर्व निर्धारित किए गए कार्यक्रम के अनुसार किसान जेपी गोल चक्कर पर इकट्ठा होते हुए। वहां से वे लाइन बनाकर जुलूस में शामिल हुए। उनकी लाइन करीब दो किलोमीटर लंबी हो गई थी। जुलूस में सबसे आगे महिलाएं थीं। उनके पीछे पुरुष किसान थे। वे जेपी गोल चक्कर से चलकर अल्फा कामर्शियल बेल्ट के गोल चक्कर, परी चौक होते हुए वापस जेपी गोल चक्कर गए। यहां उनके जुलूस का समापन हुआ। यहां जुलूस में शामिल लोग महापड़ाव (धरनास्थल) ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण पर पहुंचे। वहां पर अखिल भारतीय महिला समिति की नेता पुण्यवती एवं दिल्ली एनसीआर जनवादी महिला समिति की महासचिव आशा शर्मा, महिला समिति की नेता आशा यादव, सरबनी महिला समिति जिला अध्यक्ष चंदा बेगम, रेखा चौहान, लता सिंह, सीटू के नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने अपना समर्थन दिया। ये सभी जुलूस में भी शामिल हुए। महापड़ाव स्थल पर हुई सभा को उन्होंने संबोधित भी किया। उन्होंने इस दौरान 15 मई को आयोजित महापंचायत में सैकड़ों की संख्या में आने का भरोसा दिलाया।

सुखवीर खलीफा सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे

भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर सिंह खलीफा और मनमेनदर भाटी के नेतृत्व में सैकड़ों परिषद से जुड़े लोग किसान सभा के आंदोलन को समर्थन देने महापड़ाव (धरनास्थल) पर पहुंचे। उन्होंने भी किसान सभा को भरोसा दिलाया कि 15 मई के  आंदोलन (महापंचायत) में उनका संगठन पूरी संख्या बल से समर्थन करने आएगा और आंदोलन में हिस्सा भी लेगा।

प्राधिकरण के दोनों गेट बंद कर देने की चेतावनी

महापड़ाव में शामिल लोगों को किसान सभा के केंद्रीय कमेटी के सदस्य पुष्पेंद्र त्यागी, मनोज, जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने संबोधित कर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को चेतावनी दी कि या तो अधिकारी किसानों की वाजिब मांगों को मान लें अन्यथा प्राधिकरण के दोनों गेट बंदकर दिए जाएंगे।

दिल्ली की तर्ज पर आंदोलन की योजना

किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रुपेश वर्मा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान सभा ने गांव स्तर पर अपनी कमेटियों का गठन कर दिया है। इनमें महिलाओं की कमेटी युवाओं की कमेटी किसानों की कमेटी शामिल है। गांवों में भारी आक्रोश है। ग्रामीण पूरी तरह संगठित होने लगे हैं। अब दिल्ली आंदोलन की तर्ज पर आगे के आंदोलन की योजना बनाई जा रही है। सिरसा गांव के जोगिंदर प्रधान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे सभी गांव संगठित हो गए हैं।  10% आबादी प्लॉट, सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा, आबादियों के लीजबैक एवं निस्तारण, साढ़े 17 परसेंट प्लाट कोटा, न्यूनतम प्लाट 120 वर्ग मीटर, रोजगार प्लाटों की पेनल्टी सहित अन्य सभी मुद्दे को हल होने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। आज घंगोला गांव में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों की कमेटी का गठन किया गया। आज के महापड़ाव को अजय पाल भाटी, गबरी मुखिया, सतीश यादव, सुरेश यादव, प्रकाश प्रधान, विकास गुर्जर, यतेंद्र मैनेजर, सरजीत यादव, मोहित, प्रशांत, पप्पू प्रधान, सूबेदार ब्रह्मपाल, मनोज भाटी, अजब सिंह नेताजी, धीरज सिंह, ईश्वर सिंह, संदीप, सुरेंद्र भाटी, गोपाल यादव, चंद्र प्रधान, निशांत रावल, राज करण सिंह आदि ने संबोधित किया।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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