Noida Hindi News: एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों समेटने की आरोपी गैंगेस्टर एक्ट में गिरफ्तार
पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाही कर गिरफ्तारी पर घोषित कर रखा था 25 हजार रुपये का इनाम, एमबीबीएस दाखिला घोटाले में जमानत पर थी
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर 63 नोएडा की पुलिस ने दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र के बहुचर्चित धोखाधड़ी एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर लोगो से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की थी। उसने इस महिला की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
कौन है पकड़ी गई महिला
थाना सेक्टर 63 पुलिस ने आज बुधवार को विभिन्न से स्रोतों से मिली गोपनीय जानकारी के आधार पर 62 गोल चक्कर शौचालय के पास से फरार चल रही और 25 हजार रुपये कि इनामी वैशाली पाल (उम्र करीब 27 वर्ष) निवासी मकान नंबर 130 साईं इन्कलेव सोसायटी थाना नन्दग्राम गाजियाबाद को गिरफ्तार कर लिया। वैशाली के खिलाफ थाना सेक्टर 63 पर मु0अ0सं0 133/2023 धारा 2/3 गैगेस्टर एक्ट पंजीकृत किया गया था। उसकी गिरफ्तारी पर सेंट्रल नोएडा के पुलिस उपायुक्त ने 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था। वैशाली काफी दिनों से पुलिस से बच रही थी।
क्या है मामला
पुलिस प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार वैशाली ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी की है। उसके विरूद्ध थाना सेक्टर 63 पर पहले ही मुकदमा अपराध संख्या 548/2022 भादवि ककी धारा 420/406/120बी/34 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में वैशाली ने अपनी जमानत करा ली थी। इसके बाद थाना सेक्टर 63 की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्यवाही कर वैशाली और उसके साथियों के खिलाफ थाना सेक्टर 63 पर मु0अ0स0 133/2023 धारा 2/3 गैगेस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। तभी से वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रही थी। उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित था।
ये भी आरोप
उस पर आरोप है कि उसने एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर विभिन्न लोगों से करोड़ों रुपयों की ठगी की है। वह और इसके गिरोह के सदस्य एमबीबीएस में दाखिले के लिए आवेदन करने वाले लोगों का डाटा हासिल कर लेते थे। इनसे वे संपर्क कर दाखिले का लालच दे लाखों रुपये ले लेते थे। फिर उन्हें विभिन्न कालेजों का फर्जी दाखिले का पत्र थमा देते थे जिन्हें कालेज रिजेक्ट कर देते थे।