ऑपरेशन सिंदूर: भारत का पराक्रम और वीरता की गूंज | पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

नोएडा: बीते दिनों भारत ने अपनी ताकत और दृढ़ निश्चय का प्रदर्शन करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए इस ऐतिहासिक कार्रवाई की जानकारी दी और इसे देश के करोड़ों नागरिकों की भावनाओं का प्रतीक बताया।
1. वीरता और पराक्रम की मिसाल
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सेना, खुफिया एजेंसियों, वैज्ञानिकों और सुरक्षा व्यवस्था को सलाम करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ देश की माताओं, बहनों और बेटियों को समर्पित है। इस कार्रवाई में भारतीय सेनाओं ने 6 मई की रात और 7 मई की सुबह आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें 100 से अधिक खूंखार आतंकवादी मारे गए।
2. दुनिया ने देखा भारत का संकल्प
प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन को केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि न्याय की प्रतिज्ञा बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी आतंकियों और उनके समर्थकों ने कल्पना भी नहीं की थी। उन्होंने यह भी कहा कि जब राष्ट्र एकजुट होकर ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना से प्रेरित होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं।
3. भारत का आत्मविश्वास और शक्ति
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से दागे गए ड्रोन और मिसाइलें भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर थी, लेकिन भारत ने प्रतिशोध सीने पर वार करके लिया। इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
4. आतंकवाद पर भारत की सख्त नीति
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फिलहाल पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई स्थगित की गई है। भविष्य में पाकिस्तान के हर कदम का मूल्यांकन आतंकवाद के प्रति उसके रुख के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह युग न युद्ध का है और न ही आतंकवाद का, बल्कि आतंकवाद के प्रति “शून्य सहनशीलता” से ही सुरक्षित विश्व की परिकल्पना की जा सकती है।
5. पाकिस्तान को आत्ममंथन की जरूरत
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी नीतियों का पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए। आतंकवाद को संरक्षण देने का रवैया अंततः पाकिस्तान के लिए विनाशकारी साबित होगा। यदि पाकिस्तान को अपने अस्तित्व को सुरक्षित रखना है, तो उसे आतंकी ढांचे का पूर्णतः सफाया करना होगा।
6. आतंकवाद और वार्ता साथ नहीं चल सकते
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं हो सकते। “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते” के विचार के साथ, उन्होंने विश्व समुदाय के सामने भारत का कड़ा रुख रखा। इससे स्पष्ट संदेश गया कि मानवता और आतंक के बीच कोई समानता नहीं हो सकती।
7. सीमा पर नहीं, सीने पर वार
प्रधानमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान सीमा पर हमले की तैयारी कर रहा था, लेकिन भारत ने जवाब सीने पर वार करके दिया। भारतीय सेना को पूरी छूट दी गई थी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकियों का खात्मा हुआ। यह कार्रवाई सर्जिकल स्ट्राइक से भी आगे की सोच को दर्शाती है।
8. न्याय की भावना से प्रेरित ऑपरेशन सिंदूर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक नाम नहीं है, बल्कि यह उन बहन-बेटियों के सम्मान की रक्षा का प्रतीक है, जिनके सिंदूर को आतंकियों ने मिटाने का दुस्साहस किया था। यह ऑपरेशन भारत की अस्मिता के प्रति किसी भी खतरे को बर्दाश्त न करने के संकल्प का प्रतीक है।
9. एयर डिफेंस प्रणाली की सफलता
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन और मिसाइलों को भारत की अत्याधुनिक एयर डिफेंस प्रणाली ने आसमान में ही नष्ट कर दिया। यह भारत की रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता और ‘मेड इन इंडिया’ सैन्य उपकरणों की सक्षमता को दर्शाता है।
10. आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया कि यह युग न युद्ध का है और न ही आतंकवाद का। उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि कोई बातचीत होगी, तो वह केवल आतंकवाद और पीओके पर केंद्रित होगी। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि न्यूक्लियर ब्लैकमेल जैसी धमकियों का अब कोई स्थान नहीं है।
निष्कर्ष
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान के प्रति समझौता नहीं करेगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख अटल है और उसकी शक्ति अडिग।