Pradosh Vrat 2025 : मई में कब-कब किया जाएगा प्रदोष व्रत? जानें तिथियां, शुभ मुहूर्त और महत्व !

नोएडा : प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक विशेष उपवास है, जो हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत दिन और रात्रि के संधिकाल में रखा जाता है, जिसे ‘प्रदोष काल’ कहा जाता है। मई 2025 में यह व्रत दो बार मनाया जाएगा।
मई 2025 में प्रदोष व्रत की तिथियाँ
1. शुक्र प्रदोष व्रत – 9 मई 2025, शुक्रवार
2. सोम प्रदोष व्रत – 23 मई 2025, शुक्रवार
इस बार दोनों ही व्रत शुक्रवार को पड़ रहे हैं, जिससे इनका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।
शुभ मुहूर्त और पूजा का समय
प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से संध्या के समय की जाती है।
प्रदोष काल मुहूर्त – सूर्यास्त के लगभग 45 मिनट पूर्व से 45 मिनट बाद तक का समय शुभ माना जाता है। इस दौरान शिवलिंग का अभिषेक, बिल्व पत्र अर्पण, दीप जलाना और शिव चालीसा का पाठ करने से विशेष फल मिलता है।
प्रदोष व्रत का महत्व
मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है। शिवजी अपने भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी करते हैं और विशेष कृपा बरसाते हैं।